मेरठ। देर रात आई आंधी और बारिश से जिले के बिजली आपूर्ति बुरी तरह से चरमरा गई। बारिश और आंधी के चलते करीब 10 घंटे तक आधा जिला अंधेरे में डूबा रहा। रात 12 बजे गुल हुई बिजली सुबह 11 बजे तक भी कहीं—कहीं बहाल नहीं हो पाई थी। विभागीय सूत्रों के अनुसार जिले में शहर के तीन उपकेंद्र समेत जिले के कुल 16 उपकेंद्रों में ब्रेकडाउन रहा। इस कारण करीब आठ से 10 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। आधी आबादी को बिजली संकट का सामना करना पड़ा। रात में तेज आंधी के कारण जिले के उपकेंद्रों में ब्रेकडाउन करना पड़ा। इसमें शहर के तीन उपकेंद्र जिसमें एमईएस,आरटीओ और रेलवे रोड शामिल हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेंद्रों में महादेव, भमोरी, सलवा,बटजेवरा, गोटका, हर्रा,दौराला,सरधना,लावड़,खरखोदा न्यू, मुंडाली, भटपुरा,नगला शेखू शामिल रहे जिनमें ब्रेक डाउन लिया गया। पीवीवीएनएल अधिकारियों के मुताबिक इन उपकेंद्रों में बिजली आपूर्ति बाधित होने का कारण आंधी से पेड़ व होर्डिग्स का गिरना बताया जा रहा है। जिनके चपेट में आने से कई स्थानों पर बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। आरटीओ और रेलवे रोड उपकेंद्र सहित ग्रामीण क्षेत्रो में बिजली खंभे भी कई स्थानों पर गिरे। जिसके बाद स्थिति और अधिक खराब हो गई। रात दो बजे के बाद स्थिति और अधिक खराब हो गई। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि सुबह तक सभी उपकेंद्रों की बिजली बहाल कर दी गई। लेकिन उसके बावजूद भी कई उपकेंद्रों के मोहल्ले अंधेरे में डूबे रहे। चीफ आरएस यादव का कहना है कि कई स्थानों में पेड़ गिरने से पोल टूट गए हैं।
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