जनप्रतिनिधि गोद लेंगे कोविड अस्पताल - योगी आदित्यनाथ
गोंडा।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय लगता था कि कोरोना महामारी एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले लेगी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना से जंग में सार्थक परिणाम मिलने लगे हैं। वह सोमवार को जनपद में कोविड-19 प्रबंधन की समीक्षा के बाद पत्रवार्ता को संबोधित कर रहे थे। बताया कि जनप्रतिनिधियों को कोविड अस्पताल गोद लेने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी निर्धारित कार्यक्रम के तहत करीब 10:50 बजे पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में पहुंचे। वहां से सीधे पुलिस लाइन के सभागार में अधिकारियों से कुछ देर वार्ता करने के बाद कलेक्ट्रेट स्थित इंटीग्रेट कोरोना नियंत्रण कक्ष पहुंचे और निरीक्षण कर जायजा लिया। संक्रमित मरीजों की दर 0.9प्रतिशत मुख्यमंत्री ने जायजा लेने के बाद मुख्यालय के जिला पंचायत सभागार में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में संक्रमित मरीजों की दर 0.9 प्रतिशत है। उन्होंने जिला चिकित्सालय स्थित पोस्ट कोविड वार्ड को अत्यधिक क्रियाशील व उसकी क्षमता बढ़ाने के लिए कहा। ट्रेस व टेस्ट के मंत्र को किया अंगीकार योगी ने कहा कि हम लोगों ने ट्रेस और टेस्ट के मंत्र को अंगीकार किया। निगरानी व मोहल्ला समितियों का गठन करके गांव-गांव में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ दवा वितरण का काम किया। प्रदेश में जांच कराने की क्षमता को विकसित करने का काम किया गया। अब प्रत्येक दिन प्रदेश में तीन लाख से अधिक टेस्ट हो रहे हैं। प्रदेश में 80 हजार वेंटिलेटर व ऑक्सीजन युक्त बेड मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में प्रदेश के 36 ऐसे जनपद थे, जहां एक भी वेंटिलेटर व ऑक्सीजन युक्त बेड नहीं था। आज की स्थिति में सभी जनपदों में ऑक्सीजन युक्त वेंटिलेटर मौजूद है। कोरोना की दूसरी लहर में पूरे प्रदेश में 80 हजार वेंटिलेटर व ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध कराने का काम किया गया है। वहीं, इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की सराहना की। कोरोना की तीसरी लहर से सरकार पूरी तरह तैयार योगी ने कोरोना की तीसरी लहर पर कहा कि अब सरकार पूरी तरह से तैयार है। यह लहर आने से पहले हर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को 100 बेड अतिरिक्त उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेश भर में जिन अभिभावकों के बच्चे 12 वर्ष से कम आयु के हैं, उनका टीकाकरण प्राथमिकता के साथ किया जाना जरूरी है। मीडिया को ब्रीफ करने के बाद मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र के पंतनगर स्थित परेड सरकार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर स्वास्थ्य कर्मियों को गांव में जागरूकता व गैर प्रदेशों से आए व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नगर क्षेत्र के एक गेहूं क्रय केंद्र का भी निरीक्षण कर खरीद व्यवस्था की हकीकत का जायजा लिया। वहीं, वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती के जिलाधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने कोरोना की जांच दर बढ़ाने तथा वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए।
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