लखनऊ। राजधानी लखनऊ की सिटी बसों में बेटिकट यात्रियों के मिलने पर अब चालकों-परिचालकों को उत्कृष्ट योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सिटी परिवहन के प्रबंध निदेशक (एमडी) पल्लव बोस ने गोमती नगर और दुबग्गा इलेक्ट्रिक सिटी बस डिपो में तैनात कर्मियों को इस आधार पर योजना का लाभ देने का निर्देश दिया है।
निर्देश के मुताबिक, लखनऊ की सिटी बसों में यदि एक भी यात्री बिना टिकट सफर करते हुए पकड़े गया तो चालकों-परिचालकों को उत्कृष्ट योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सिटी परिवहन के एमडी के निर्देश पर वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। लखनऊ के सिटी बस चालकों-परिचालकों को उत्कृष्ट योजना के तहत अभी हर महीने 17000 हजार रुपये फिक्स वेतन मिलता है।
जितने  बेटिकट यात्री उतने महीने बाद मिलेगा उत्कृष्ट योजना लाभ 

लखनऊ की सिटी बसों में यदि एक यात्री बिना टिकट मिला तो एक माह बाद, दो यात्री बिना टिकट मिले तो दो माह बाद और तीन यात्री बिना टिकट मिले तो तीन माह बाद चालकों-परिचालकों को उत्कृष्ट योजना का लाभ दिया जाएगा। इससे अधिक बिना टिकट यात्रियों के मिलने पर चालकों-परिचालकों की संविदा समाप्त कर दी जाएगी। 
 सिटी परिवहन के कर्मचारी इस नियम का करेंगे विरोध
सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ के दुबग्गा शाखाध्यक्ष राजकमल सिंह का कहना है कि ये नियम उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) में भी लागू नहीं है। इसलिए सिटी परिवहन में लागू होने पर इसका विरोध किया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि जबरन सिटी परिवहन कर्मियों पर दबाव बनाने के लिए इस योजना को बिना मंडलायुक्त के दिशा निर्देश पर आगे बढ़ा दिया गया है। इसको लेकर सिटी परिवहन कर्मियों में नाराजगी है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts