नई दिल्ली। छत्रसाल स्टेडियम में चार मई की रात को हुए सागर धनकड़ हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। ओलंपियन सुशील कुमार के करीबी और काला असौदा-नीरज बवानिया गैंग के चार बदमाशों को रोहिणी जिला के स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान गांव खेड़ी जसौर, झज्जर, हरियाणा निवासी भूपेंद्र उर्फ भूपी (38), गांव असौदा, झज्जर निवासी मोहित उर्फ भोली (22), गुलाब उर्फ पहलवान (24) और गांव खरावर, रोहतक निवासी मनजीत उर्फ चुन्नीलाल (29) के रूप में हुई है। सागर की हत्या के बाद से सभी चारों आरोपित फरार थे। कोर्ट ने इन सभी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया हुआ था। वारदात वाले दिन घटना स्थल से पकड़ा गया प्रिंस दलाल इनका ही साथी था। गिरफ्तारी के बाद आरोपितों ने खुलासा किया है कि सभी सुशील के कहने पर उस दिन छत्रसाल स्टेडियम पहुंचे थे। पुलिस के अनुसार, भूपेंद्र के खिलाफ 9,  मोहित के खिलाफ पांच, गुलाब के खिलाफ दो और मनजीत के खिलाफ चार अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने बताया कि छत्रसाल स्टेडियम में हुई घटना के बाद से दिल्ली पुलिस की कई टीमें आरोपित सुशील कुमार और उसके साथियों की तलाश कर रही थीं। इसी कड़ी में रोहिणी जिला के स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह व अन्यों की टीम को सूचना मिली कि छत्रसाल स्टेडियम वाली वारदात में शामिल काला असौदा-नीरज बवानिया गैंग के बदमाश मंगलवार रात को अपने किसी साथी से मिलने कंझावला इलाके के घेवरा गांव के नजदीक आने वाले हैं। इन सभी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हैं। जानकारी मिलने के बाद फौरन एक टीम का गठन किया गया। टीम को घेवरा रेलवे क्रॉसिंग के पास तैनात कर दिया गया। देर रात को पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर चारों आरोपितों को दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपितों ने खुलासा किया कि चार मई की रात को सभी पहचान सुशील कुमार के कहने पर देर रात करीब 12 बजे गाड़ियों में सवार होकर छत्रसाल स्टेडियम पहुंचे थे। सुशील के कहने पर उस दिन असौदा गांव से सात लड़के पहुंचे थे।
इनमें इन चारों के अलावा प्रिंस दलाल, बिजेंद्र उर्फ बिंदर और प्रवीन भी शामिल था। उस दिन छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग से बरामद हुई कारों में स्कोपियो कार गिरफ्तार मोहित उर्फ भोली की थी। वहीं ब्रीजा गाड़ी गुलाब पहचान की थी। वारदात के दौरान मौके पर पुलिस पहुंच गई थी। ऐसे में भागने का एक ही रास्ता था। वहां से गाड़ी लेकर फरार होना संभव नहीं था। इसलिए सभी को अपनी-अपनी गाड़ियां वहीं पर छोड़कर फरार होना पड़ा था। पुलिस ने सागर हत्याकांड में प्रिंस दलाल को पहले ही दिन गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद मुख्य आरोपित ओलंपियन सुशील कुमार व उसके प्रमुख साथी अजय उर्फ सुनील पहलवान को रविवार गिरफ्तार कर लिया गया। अब इन चारों की गिरफ्तारी के बाद मामले में अब तक कुल सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मामले की जांच अपराध शाखा कई रही हैं। फिलहाल अभी कई और लोगों की गिरफ्तारियां अभी बाकी हैं।


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