आईसीयू में शिफ्ट, महिला समर्थक ने अपने खून से लिखी राष्ट्रपति को रिहाई के लिए चिट्ठी 

लखनऊ -समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद मोहम्मद आजम खां की तबीयत बिगड़ने से उन्हे आईसीयू में एक बार फिर शिफ्ट कर दिया गया है।
सपा के 72 वर्षीय बुजुर्ग नेता और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम को कोरोना संक्रमण के कारण पिछली नौ मई को लखनऊ के मेंदाता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल द्वारा बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि श्री खां के फेफड़ों में पोस्ट कोविड फाइब्रोसिस, कैविटी और चेस्ट इन्फेक्शन पाया गया जिसके बाद उन्हे दोबारा आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। उनको 3-4 लीटर ऑक्सीजन रिक्वायरमेंट के साथ डाक्टरों की गहन निगरानी में रखा गया है।
चिकित्सकों के अनुसार श्री खां की तबीयत क्रिटिकल लेकिन नियंत्रण में है। हालांकि उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम की स्थिति संतोषजनक है।
इसी बीच सांसद आजम खान की रिहाई की मार्मिक अपील के साथ एक समर्थक ने खून से पत्र लिखकर राष्ट्रपति को भेजा है।
सीतापुर जेल में बंद श्री खान का इलाज कोरोना संक्रमण के कारण लखनऊ के मेदांता अस्पताल में किया जा रहा है वहीं उनके संसदीय क्षेत्र में समर्थक कहीं प्रार्थनाएं, कहीं गैर मुस्लिम उनके लिए रोजा रखकर रिहाई की दुआ मांग रहे हैं तो कहीं उनके लिए यज्ञ कर आहुति दी जा रही है ताकि आजम खान जेल से रिहा हो सकें।
अब इस कड़ी में आज़म खां के समर्थक एडवोकेट विक्की राज की पत्नी नेहा राज ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपने खून से पत्र लिख कर श्री खां को रिहा करने की माँग की है। नेहा ने कहा कि सपा सांसद बेगुनाह होते हुए भी फ़र्ज़ी मुकदमो में 26 फरवरी 2020 से जेल में बन्द है। पिछली नौ मई से वह कोरोना सक्रमित होने के कारण लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट है जहाँ उनकी हालत बहुत ही गंभीर बताई जा रही है।
पत्र में लिखा “ महामहिम। आप देश के राष्ट्रपति होने के साथ साथ 135 करोड़ देशवासियो के अभिभावक भी हैं और समस्त देशवासियों की आशाये आपसे जुडी हुई हैं। हम उस देश में रहते है जहाँ एक बलात्कारी बाबा राम रहीम को जमानत मिल जाती है वहीं शिक्षा के मंदिर बनाने वाले, यूनिवर्सिटी बनाने वाले, बच्चों के स्कूल बनाने वाले, मेडिकल कॉलेज बनाने वाले आज़म खां आज भी जेल में हैं। भारतीय सविंधान में किसी के साथ भी पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं है, फिर क्यों आज़म खां के साथ राजनीतिक  द्वेषभावना के कारण पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। क्यों आज़म खां को रिहाई नहीं मिल सकती।”
नेहा राज ने लिखा कि वह बहुत उम्मीद के साथ अपने खून से पत्र लिख रही हैं कि श्री खां के साथ इंसाफ करेंगे। वह पूरे दलित समाज की से आपसे ये निवेदन करती हैं कि राष्ट्रपति मोहम्मद आज़म खां के रिहाई के आदेश पारित करने की कृपा करेंगे।

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