शामली। तीनों कृषि कानून को लेकर दिल्ली में भाजपा सरकार के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने तथा केंद्र में भाजपा सरकार के 7 साल पूरे होने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर आज काला दिवस मनाया गया तथा किसानों ने अपने घरों ट्रैक्टर तथा किसी के साधनों पर काले झंडे लहरा कर विरोध प्रदर्शन किया तथा गले में काली पट्टी बांधकर आज के दिन को काले दिवस के रुप में मनाया।
भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर आज किसान सरकार के विरोध में अपने घर दफ्तर वाहन ट्रैक्टर आदि पर काले झंडे बांधकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं आज ही के दिन दिल्ली में भारतीय किसान यूनियन ने तीनों कृषि कानून के विरोध में अपना धरना प्रदर्शन जारी किया था। 6 माह पूरे होने तथा केंद्र में भाजपा की सरकार को 7 साल पूरे होने के मौके पर भारतीय किसान यूनियन वह संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। इसी निर्णय के परिपेक्ष में आज शामली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों ने काले झंडे लहरा कर विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने मुंह पर काले मास्क का प्रयोग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि कृषि कानूनों के विरोध में लगातार उनका प्रदर्शन जारी रहेगा क्योंकि देश में कोरोनावायरस महामारी फैल रही है इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनका आज प्रदर्शन चल रहा है। आज उन्होंने अपने सभी वाहनों पर घरों में कार्यालय पर काले झंडे रहकर के विरोध प्रदर्शन किया है। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगे पूरी नहीं करती तो उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा और इस बार 26 जनवरी की तरह से उनका आंदोलन और भी ज्यादा तेज किया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप सिंह का कहना है कि जिस तरह से विगत चुनाव में बंगाल में जनता ने भाजपा को सबक सिखा है उसी तरह से 2022 में उत्तर प्रदेश में और 2024 केंद्र के चुनाव में भाजपा को सबक सिखा जाएगा तथा तब तक भारतीय किसान यूनियन का प्रदर्शन और धरना दिल्ली में जारी रहेगा।

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