मेरठ ।मेरठ के मेडिकल   कॉलेज में हुई संतोष कुमार की मौत के मामले में शासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है। कोविड ब्लाक के प्रमुख अधीक्षक रहे डॉक्टर सुधीर राठी को निलंबित कर दिया है। 
मेडिकल कॉलेज में कोविड ब्लाक के प्रमुख अधीक्षक रहे डॉ. सुधीर राठी को उत्तर प्रदेश सरकार ने निलंबित कर दिया है। उन्हें महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है। साथ ही कमिश्नर मेरठ मंडल को इस मामले का जांच अधिकारी बनाया है।  इसके अलावा डॉ. अंशु पर भी विभागीय कार्रवाई के लिए शासन ने संस्तुति की है। 
इससे पहले संविदा पर कार्यरत डॉक्टर उत्कर्ष कौशिक की सेवाएं समाप्त की थी। वह एसोसिएट प्रोफेसर (स्किन) थे। उनकी ड्यूटी के दौरान ही संतोष की मृत्यु हुई थी। मैटर्न अनीता को भी कोविड से हटाकर कार्यालय में सम्बद्ध किया है। इस मामले मे इनके अलावा पांच अन्य स्टाफ की वेतन वृद्धि और एक माह का वेतन भी काटा गया है। यह कार्रवाई पहले की गई थी, जिससे कोर्ट संतुष्ट नहीं था।  इस मामले की बुधवार को दोबारा जांच हुई थी। तीन सदस्य समिति ने प्राचार्य को रिपोर्ट दोबारा सौंपी थी। 
 
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में लापरवाही की इंतहा हुई थी, जिस संतोष कुमार (64) को उनके परिजन तलाश रहे थे, उनकी मृत्यु तो भर्ती करने के तीसरे ही दिन ही हो गई थी। अंतिम संस्कार भी अज्ञात में कर दिया गया था। परिजनों को इसकी भनक तक नहीं दी गई थी, बल्कि उनको 10 दिन बाद तक भी यही बताते रहे थे कि वह जिंदा हैं और उनका इलाज चल रहा है। जांच के दौरान पता चला है कि संतोष कुमार की दो दिन बाद ही मौत हो गई थी। वह बरेली के थे। गाजियाबाद में बेटी के पास रह रहे थे। कोविड होने पर 21 अप्रैल को मेडिकल में भर्ती किया गया था।

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