मेरठ। कोरोना पाजिटिव होने पर अगर सोच सकारात्मक रहेगी तो इस लड़ाई से हम जल्द जीत सकते हैं। कोरोना की दूसरी लहर से जहां युवा वर्ग की हिम्मत टूट रही है, वहीं 100 साल की वृद्धा सरदार कौर ने कोरोना से जंग जीतकर लोगों के सामने बेहतर उदाहरण पेश किया है। सरदार कौर के साथ परिवार में उनकी पुत्रवधू, पौत्र, पौत्रवधू और नौ साल की परपोती कोरोना से जंग जीत चुके हैं। परिवार की चार पीढ़ी ने एक साथ कोरोना से जंग लड़ी। अल्फा कोर्प मेरठ वन आवासीय सोसाइटी मेरठ-रुड़की बाईपास रोड पर सरदार कौर अपने परिवार के साथ रहती हैं। उनके बेटे धीरेंद्र कुमार सिंह रिटायर्ड डीएसपी हैं। 19 अप्रैल को पंचायत चुनाव में पूरा परिवार बागपत स्थित अपने गांव गए थे। वहां से लौटने पर सभी की तबीयत खराब हुई। बुखार, सांस लेने में तकलीफ सहित कोरोना के सभी लक्षण थे। आरटीपीसीआर टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव रही, लेकिन सीटी स्कैन में सरदार कौर के फेफड़े में संक्रमण मिला। उनकी 62 साल की पुत्रवधू, 42 साल के पौत्र, 35 साल के पौत्र के साथ नौ साल की परपोती भी कोरोना से संक्रमित मिले। परिवार में एक साथ पांच लोग संक्रमित हुए। केवल धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट सही रही। संक्रमण के बाद घर पर ही सभी लोगों ने अपना इलाज शुरू किया। सरदार कौर बताती हैं कि इस दौरान उन्होंने मन में नकारात्मक भावों को हावी नहीं होने दिया। तनाव से पूरी तरह दूर रहीं। धीरेंद्र कुमार बताते हैं कि कोविड पाजिटिव होने के बाद भी उनके पुत्र और पुत्रवधू ने पूरी सेवा की।
No comments:
Post a Comment