मेरठ।   बहते आंसू धीरे-धीर सूख गए। असीम पीड़ा से भरी आंखे शून्य में न जाने क्या ताक रही थीं। श्रद्धांजलि के फूल चढ़ाते वक्त हाथों का कंपन अग्निकांड की भयावहता का खौफनाक मंजर उकेर रहा था। शनिवार को को विक्टोरिया पार्क अग्निकांड की 15वीं बरसी पर हुई श्रद्धांजलि सभा में लोग अपनों को संभाल रहे थे, तसल्ली दे रहे थे। मेरठ में विक्टोरिया पार्क अग्निकांड में हताहत हुए लोगों की याद में शनिवार को विक्टोरिया पार्क स्थित स्मारक पर शांति यज्ञ का आयोजन हुआ।
दस अप्रैल 2006 को विक्टोरिया पार्क में आयोजित फेयर में आग लग गई थी। अग्निकांड में 65 लोगों की अग्निकांड में जलने से मौत हो गई थी। करीब पौने दो सौ से ज्यादा लोग झुलसकर घायल हुए थे। दर्जन भर से अधिक लोग आज भी अपंगता का दंश झेल रहे हैं। शनिवार को विक्टोरिया पार्क अग्निकांड की भीषण त्रासदी की 15वीं बरसी पर आज विक्टोरिया पार्क में स्मृति स्थल पर शांति यज्ञ का आयोजन हुआ।
शांति यज्ञ में आहूतियां देकर दिवंगत आत्माओं की शांति की। शाम को कैंडल जलाकर श्रद्धांजली दी जाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस बार भंडारा और कैंडल मार्च स्थगित कर दिया गया। इस दौरान यहां पर अपनों की याद में पीड़ितों की आंखें भर आई। चेहरे पर अपनों से बिछड़ने का गम और विछोह साफ झलक रहा था। घटना के 15 साल बाद भी अपनों को खोने का दुख उनके जहन में पूरी तरह ताजा है। 
मेरठ विक्टोरिया पार्क अग्निकांड आहत कल्याण समिति के महामंत्री संजय गुप्ता ने बताया कि पिछले साल कोरोना वायरस संक्रमण के चलते आयोजन नहीं हो पाया था, इस बार भी कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर भंडारा और कैंडल मार्च का आयोजन नहीं कर रहे। मुख्य यजमान संजय गुप्ता व पत्‍‌नी विम्मी गुप्ता तथा अपूर्व गुप्ता व पत्‍‌नी वशुकी रहे। स्मृतिका में लोग अपने उन परिजनों का नाम देख रहे थे जो 15 साल पहले हुए अग्निकांड मे अकाल काल का ग्रास बन गए थे।

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