रेमडेसीविर के लिए स्टेट प्लेन भेजा गया हैदराबाद
लखनऊ। होम आइसोलेशन में मरीजों के लिए दवाओं का स्टॉक खत्म होने और कोरोना के इलाज लिए रेमडेसीविर जैसे इंजेक्शन व अन्य दवाओं के बाजार से गायब होने की खबर को
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है।  सीएम योगी ने होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए तत्काल प्रभाव से दवाएं उपलब्ध कराने के लिए यूपी मेडिकल कॉरपोरेशन को निर्देश जारी कर दिया है। इसके साथ ही रेमडेसीविर के आपातकालीन आपूर्ति के लिए यूपी से स्टेट प्लेन हैदराबाद भेजा दिया गया है। आइसोलेशन के लिए अन्य दवाओं की कमी थी अब नहीं होने दी जाएगी। रेमडेसीविर गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए दिये जाने वाला इंजेक्शन है। ये आइसीयू या वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों की जान बचाने वाला इंजेक्शन है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना के अनुसार रेमडेसीविर की प्रदेश में पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा स्टेट प्लेन हैदराबाद भेजा गया है। इसके अतिरिक्त एसजीपीजीआइ, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान व किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगभग 1000 बेड उपलब्ध हैं। बीते 24 घंटे में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों में 121 आइसीयू एवं एचडीयू बेड बढ़ाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में इंटीग्रल इंस्टीट्यूट में 400, एरा मेडिकल कॉलेज में 700 व टी. एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 500 बेड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। एरा मेडिकल कॉलेज को पूर्ण रूप से कोविड हॉस्पिटल घोषित कर दिया गया है। इंटीग्रल इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में 120 आइसीयू के बेड उपलब्ध हैं। 200 बेड और तैयार किए जा रहे हैं। इस प्रकार यहां पर आइसोलेशन सहित कुल 400 बेड बढ़ाए जाएंगे। टी. एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 15 तारीख तक डेढ़ सौ आइसीयू एवं एचडीयू बेड सहित कुल 500 बेड किए जाने का निर्णय लिया गया है। कैंसर इंस्टिट्यूट में भी 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि मेयो इंस्टिट्यूट, बाराबंकी में 200 से अधिक बेड क्रियाशील है, जिसे और बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है। आज शाम तक कैरियर इंस्टिट्यूट में 50 आइसीयू बेड सहित कुल 300 बेड उपलब्ध हो जाएंगे। इस समय राजनीति के बजाय आपदा से निपटने हेतु सभी को सहयोग देना चाहिए।

25 हज़ार मरीजों को दवा का इंतजार: लखनऊ में इस दौरान 27 हजार से अधिक सक्रिय मरीज है। इनमें से होम आइसोलेशन में करीब 25000 लोग रह रहे हैं। इन सभी को दवा सप्लाई के लिए होम आइसोलेशन प्रभारी डॉक्टर के पी त्रिपाठी को जिम्मा सौंपा गया है। 24 घंटे के भीतर होम आइसोलेशन के सभी मरीजों तक दवा पहुंचाने का जिम्मा डॉक्टर त्रिपाठी को सौंपा गया है। वह स्वयं भी लगातार मरीजों से संपर्क में हैं।

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