लखनऊ। मुंबई, राजस्थान, दिल्ली और बिहार समेत दूसरे प्रांतों में फिर से लाकडाउन के डर से आप्रवासी घर लौट रहे हैं। कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर आदि सभी स्टेशनों पर आप्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। मुंबई से कानपुर सेंट्रल होकर गुजरने वाली विशेष ट्रेनों में लोकमान्य तिलक टर्मिनल मुंबई से लखनऊ, बांद्रा गोरखपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल से गोरखपुर, पनवेल-गोरखपुर, कुशीनगर एक्सप्रेस में बड़ी संख्या में लोग वापस आ रहे हैं। फतेहपुर में प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस, पुरी, कालका, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, रीवां, जोधपुर-हावड़ा व महानंदा एक्सप्रेस के साथ ही प्रत्येक शुक्रवार और रविवार को मुंबई स्पेशल से यात्री वापस आ रहे हैं।
बुंदेलखंड में मुंबई-हावड़ा रूट पर स्थित मानिकपुर जंक्शन में प्रतिदिन लोग पहुंच रहे हैं। इसी तरह चित्रकूटधाम कर्वी व बांदा जंक्शन पर भी कानपुर व झांसी में उतरने वाले यात्री आ रहे हैं। सबकी कोरोना जांच भी कराई जा रही है। शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन से 250 से अधिक आप्रवासी गोरखपुर और बस्ती पहुंचे। एक यात्री ने बताया कि मुंबई में तेजी से कोरोना बढ़ रहा है। यहां पचायत चुनाव के लिए भी बुलावा आ रहा था, इसलिए चले आए।
प्रयागराज जंक्शन पर भी प्रवासियों के लौटने का सिलसिला तेज हुआ है। शुक्रवार दोपहर करीब 03:30 बजे 01071 लोकमान्य तिलक टर्मिनल-वाराणसी स्पेशल प्रयागराज जंक्शन पहुंची तो सीट से अधिक यात्री गाड़ी से उतरकर गंतव्य के लिए जाने लगे। कमोबेश यही स्थिति शाम करीब 04:40 बजे पहुंची 01115 पुणे-गोरखपुर फेस्टिवल स्पेशल में भी रही। इस दौरान मास्क और शारीरिक दूरी के नियम का अनुपालन होता नहीं दिखा। यात्रियों के कोविड टेस्ट के इंतजाम भी नहीं दिखे।
क्‍या कहते हैं ज‍िम्‍मेदार 
यात्रियों की सुविधाओं को लेकर पूरे इंतजाम हैं। किसी भी तरह की समस्या नहीं होने दी जा रही है। -अमित कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर-मध्य रेलवे, प्रयागराज मंडल।
'कोरोना संक्रमण की वजह से लंबी दूरी का सफर करने वाले 15 से 20 यात्री प्रतिदिन आरक्षण रद करा रहे हैं।   -योगेंद्र राय, पर्यवेक्षक, रेलवे आरक्षण केंद्र, फतेहपुर।

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