संक्रमण नॉन कान्टेक्ट केसों की तेजी से बढ़ रही संख्या ने बढ़ाई चिंता
-चिकित्सकों की राय में कोरोना के नए मुटेशन संक्रमित करने की रफ्तार पहले से ज्यादा


 
मेरठ। सेकेंड वेव में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे केसों के मददे नजर स्वास्थ्य विभाग ने प्राइवेट अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। उन्हें संक्रमितों के इलाज व उनको भर्ती करने के लिए तमाम स्वास्थ्य सेवाओं को एक बार फिर से रिव्यू करने को भी कहा है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि सेकेंड वेव में जिस तेजी से केस सामने आ रहे हैं, उसके चलते प्राइवेट अस्पतालों की सेवाओं की भी जरूरत पड़ सकती है। इसी के मददे नजर सीओओ कार्यालय की ओर से आनंद हॉस्टिपल के अलावा मुलायम सिंह यादव व सुभारति मेडिकल प्रशासन को चि_ी भेजी गयी है। कोरोना की दूसरी वेव को लेकर आईएमए के यूपी प्रेसीडेंट डा. महेश बंसल का कहना है कि जिसको कोरोना की सेकेंड वेव कहा जा रहा है दरअसल वो कोरोना का नए स्टे्रन में मुटेशन हुआ है। यानि अब वायरस ने अपनी मारक क्षमता बदल दी है। विशेषज्ञों ने इसको मुटेशन बताया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह तेजी से फैलेगा। जिसके चलते बड़ी संख्या में ऐसे भी केस आएंगे जो किसी पूर्व के संक्रमित के कान्टेक्ट से नहीं हैं।  लेकिन राहत की बात यही है कि डेथ रेट नहीं बढेÞगा। आईएमए के पूर्व सचिव व वरिष्ठ चिकित्सक शिशिर जैन का कहना है कि सेकेंड वेव में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन जहां तक तैयारियों की बात है तो जो प्राइवेट अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के आग्रह पर पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन डा. शिशिर जैन का मानना है कि संक्रमण भले ही तेजी से बढ़ेगा लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह पहले जैसा नुकसानदेह साबित नहीं होगा। इस बार जो स्टे्रन आया है अध्ययन से पता चला कि वह शोर तो बहुत करेगा मसलन केस तेजी से बढेÞगे लेकिन डेथ रेट कंट्रोल में रहेगा।
लोगों की लापरवाही घातक
कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ने के बीच स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी मुसीबत कोविड गाइड लाइन खासतौर से मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग के प्रति लोगों की लापरवाही है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि लोगों की यही लापरवाही कोरोना के ग्राफ को बढ़ने में मददगार साबित हो रही है। उन्होंने हैरानी जतायी कि केसों के लगातार बढ़ने के बाद भी मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिग के प्रति लोग जागरूक होने को तैयार नहीं। उन्होंने कहा कि पुलिस को एक बार फिर से सख्ती करनी चाहिए ताकि संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाए जा सकें।
घबराए नहीं तैयार है मेडिकल
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे केसों के मददे नजर एलएलआरएम मेडिकल के प्राचार्य डा. ज्ञानेन्द्र कुमार का कहना है कि कोरोना की फर्स्ट वेव में मेडिकल के स्टाफ ने शानदार प्रदर्शन किया। उनके चार्ज संभालने के बाद डेथ रेट पूरी तरह से नियंत्रण में किया गया। जहां तक संक्रमितों के इलाज की बात है तो घबराने जैसी कोई बात नहीं। मेडिकल पूरी तरह से तैयार है। न तो दवाओं की कमी है और न ही स्टॉफ की। कोरोना को इस बार भी मिलकर हराएंगे।
नए केस बने हैं मुसीबत
सेकेंड वेव में स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत वो केस बने हैं जो पहली बार संक्रमित हो रहे हैं। मसलन उनको किसी कान्टेक्ट से संक्रमण नहीं लगा है। पिछले एक सप्ताह के दौरान ऐसे केसों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ऐसे केसों में स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी मुसीबत उस कैरियर की तलाश है जिसने संक्रमण पहुंचाया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार कोरोना गुप्त कैरियर की मार्फत हमला कर रहा है। लेकिन यदि सावधानी बरती जाए तो गुप्त  हमलावार से आसानी से मुकाबला संभव है

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