हत्यारोपी को बाहर निकालने के लिये पुलिस को करनी पडी घंटों तक मशक्कत
पुलिस से बचने के लिये झोकता रहा पुलिस पर फायर
मेरठ। मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में शनिवार रात सर्राफ के बेटे ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। इस बीच दरवाजा खोलने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों पर वह लगातार फायर झोंकता रहा।बेहोश होने पर दरवाजा तोड पुलिस ने पकडा । जुए में हारे ढाई करोड रूपये के लिये पिता पर दबाव बना रहा था।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में शास्त्री की कोठी इलाके में कांता आटा चक्की वाली गली है। इसमें सर्राफ विनोद वर्मा 65 का परिवार रहता है। विनोद वर्मा की बजाजा बाजार में सत्यम ज्वैलर्स नाम से दुकान है। शनिवार रात करीब पौने नौ बजे पूरा परिवार कमरे में टीवी देख रहा था। इस दौरान विनोद वर्मा का बेटा किशन वर्मा नशे में धुत होकर आया। आते ही उसने लाइसेंसी रिवॉल्वर अपने पिता की नाक पर सटाकर गोली मार दी। उनकी मौके पर मौत हो गई। हत्या कर वह ऊपरी मंजिल स्थित अपने कमरे में बंद हो गया। सनसनीखेज वारदात का पता लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो आरोपी ने खिड़की से दो फायर झोंक दिए। पुलिसकर्मी बाल.बाल बचे। सीओ समेत कई थानों का फोर्स बॉडी प्रोटेक्टर पहनकर मौके पर पहुंचा। देर रात तक आरोपी को कमरे से निकालने के प्रयास किए जा रहे थे। पुलिस आरोपी को समझाने में लगी बेहोश होने पर दरवाजा तोड कर उसे बाहर निकाला गया। अचानक पिता की हत्या करने वाले को जैसे ही पुलिस पकडकर बाहर लायी तभी परिजनों और लोगों की भीड़ ने हत्यारोपी पर हमला कर दिया। पुलिस ने किसी तरह लोगों से उसे बचाया। पुलिस द्वारा की गयी शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि हत्यारोपी सर्राफ का पुत्र शराब के नशे का आदी थी। वह क्रिकेट मैचों पर सटटा लगता था। पूर्व में दो करेाड का कर्जा होने पर पिता ने चुकता किया था। फिर से उसने ढाई करोड का कर्जा कर लिया था। जिसके बाद वह पिता पर लगातार दबाव बना रहा था। जिस पर पिता ने जुए में हारी रकम को देने से मना कर दिया था। जिसके चलते उसने दुस्तसाह घटना को अजांम दिया।
पुलिस की हर कोशिश हुई नाकामयाब
पिता की हत्या करने के बाद किशन ने मकान के ऊपर बने कमरे में कैद कर दिया। घटना के बाद पुलिस ने उसे कमरे से बाहर निकालने के लिये ड्रोन, आूंसू गैस ,व्हाटएप वीडियो कॉलिंग की मदद ली । पुलिस को हत्यारोपी से बचने के लिये पुलिस कर्मियों को बुलटफ्रू जैकेट तक पहननी पडी। लेकिन पुलिस के सब प्रयास विफल साबित हुए ।बेहोश होने के बाद ही उसे बाहर निकाला जा सका। इससे पूर्व वह लगातार पुलिस पर लाइंसेसी रिवाल्वर से लगातार फायर झोकता रहा।
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