संविधान में महिलाओं को पुरूषों के बराबर है अधिकार
. सशक्त हो बदलनी होगी समाज की सोच


मेरठ। अधिकारों को जानकारी महिलाओं को सशक्त बनाने का काम करती हैं। इसीलिए अपने अधिकारों की जानकारी करना बहुत आवश्यक है। संविधान में पुरूषों के बराबर महिलाओं को अधिकार प्रदान किए गए हैं। जानकारी न होने के कारण महिलाएं शोषण का शिकार होती हैं। हम सशक्त बनकर ही समाज की सोच बदलने का काम कर सकते हैं। यह जानकारी मिशन शक्ति के तहत चैाधरी चरण सिंह विवि द्वारा आयोजित वेबिनार में मुख्य वक्ता विशेष लोक अभियोजन शुचि शर्मा ने कही। 
विशेष लोक अभियोजन शुचि शर्मा ने संविधान में महिलाओं के मिले अधिकारों के बारे में बताते हुए कहा कि शादीशुदा या अविवाहित स्त्रियाँ अपने साथ हो रहे अन्याय व प्रताड़ना को घरेलू हिंसा कानून के अंतर्गत दर्ज कराकर उसी घर में रहने का अधिकार पा सकती हैं जिसमे वे रह रही है। घरेलू हिंसा में महिलाएं खुद पर हो रहे अत्याचार के लिए सीधे न्यायालय से गुहार लगा सकती है, इसके लिए वकील को लेकर जाना जरुरी नहीं है, अपनी समस्या के निदान के लिए पीड़ित महिला. वकील प्रोटेक्शन ऑफिसर और सर्विस प्रोवाइडर में से किसी एक को साथ ले जा सकती है और चाहे तो खुद ही अपना पक्ष रख सकती है।  

        विशिष्ठ अतिथि अतर्राट्रीय गीतकार मनोज कुमार मनोज ने एक शेर के साथ अपनी बात शुरू की उन्होंने कहा कौन सी दुल्हनिया की बात करते हो तुम, डोलियो को मिलके कहार लूटते रहे। दिन के उजेरे में वो ख्वाब बाँट.बांटकर, रात गये रूप का बाजार लूटते रहे। अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में भारतीय नारी विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय नारी को वैश्विक समानता के लिए अभी बहुत कुछ करना है। आज भी पर्दा प्रथा, दहेज प्रथा और अशिक्षा भारतीय नारी को आगे बढ़ने से रोक रही हैं। शिक्षा का प्रचार.प्रसार भारतीय नारी की दशा और दिशा सुधारने में सहायक होगा। हमें अभी बहुत कुछ करना हैए संतुष्ट होकर नहीं बैठना है। 

                           प्रति कुलपति प्रो, वाई विमला ने कहा कि शिक्षा ही आपकों आपके अधिकारों से पहचान दिला सकती है, महिलाओं को सशक्त बना सकती है। कार्यक्रम की समन्वयक प्रो बिन्दु शर्मा ने सभी स्वागत व धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि समाज की सोच बदलने के लिए महिलाओं का सशक्त होना बहुत आवश्यक है। इसके महिलाओं को शिक्षित होने के साथ साथ संविधान में मिले अपने अधिकारों के विषय में भी जानना होगा।

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