महिलाओं के हवाले रहेगा मंच



गाजियाबाद, 15 जनवरी। यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर चल रहे किसान आंदोलन में 18 जनवरी को महिला संघर्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस मौके पर आंदोलनकारियों का मंच पूरी तरह से महिलाओं के हवाले रहेगा। महिला किसान ही मंच का संचालन और संबोधन संभालेंगी और उस दिन 24 घंटे के अनशन पर बैठने वाली भी महिलाएं होंगी। गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति के सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि 18 जनवरी को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर कबड्डी का भी आयोजन किया जाएगा।
गाजीपुर बार्डर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और महासचिव युद्घवीर सिंह शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सरकार-किसान वार्ता में शामिल होने गए। दिल्ली जाते समय श्री टिकैत ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि आज की वार्ता में पूरी तरह से तो कोई समाधान निकलने के आसार नहीं हैं लेकिन आज की वार्ता इस मामले के हल की ओर जरूर बढेगी। उन्होंने आंदोलनकारियों ने शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करते रहने का आव्हान किया। श्री टिकैत ने कहा कि आंदोलन को लेकर किसान की ओर से तय किए गए कार्यक्रमों की तैयारी की जा रही है। अब यह सरकार पर निर्भर करता है कि मामले का हल कब तक निकल पाता है। 
यूपी गेट पर अनशन पर बैठे किसान :
यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर चल रहे किसान आंदोलन के मंच पर रोजाना 11 किसान 24 घंटे के अनशन पर बैठते हैं। शुक्रवार को भी यह सिलसिला जारी रहा। गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति के सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि शुक्रवार को रामायण यादव देवरिया, मनजीत सिंह गुरदासपुर, सौभाग्य मुंबई, गुरसेवक सिंह खटीमा, अमरीक सिंह रामनगर- पीलीभीत, जसविंदर खटीमा, बलदेव सिंह पीलीभीत, कृष्णपाल सिंह बागपत, राकेश बिजनौर, समरपाल सिंह मुरादाबाद और अमरीक सिंह सिमरौली- पीलीभीत शामिल रहे। श्री बाजवा ने बताया कि शुक्रवार को सेना दिवस के मौके पर आंदोलन स्थल पर देश पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले सैनिकों को याद कर श्रद्घांजलि दी गई। इस मौके पर आंदोलनकारियों ने राष्ट्रगान भी किया।


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