अब किसान देशभर में अंबानी -अडानी के प्रोडक्ट का करेंगे बायकॉट
किसानों के एलान के बाद सरकार में हलचल , गृह मंत्री से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री
नयी दिल्ली। कृषि कानूनों पर सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच 6 दौर की बातचीत और सरकार के प्रस्ताव भेजने पर भी कोई रास्ता नहीं निकल सका है। गृहमंत्री अमित शाह से किसानों की मंगलवार को हुई बैठक के बाद बुधवार को सरकार ने किसान नेताओं को प्रस्ताव भेजा,किसानों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। किसान नेताओं ने कहा कि प्रस्ताव गोल.मोल है। सरकार भलाई की बात कह रही है, लेकिन ये कैसे करेगी, स्पष्ट नहीं है। इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री के घर पहुंचे। दोनों के बीच किसानों के फैसले को लेकर मीटिंग चल रही है।
वहीं प्रस्ताव के पर विचार -विर्मश के बाद किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेेस के बाद चार अहम फैसलो को एलान कर दिया है। जिस पर केन्द्र सरकार में हलचल तेज हो गयी है। प्रस्ताव में कहा गया है।
१ किसान शनिवार को देशभर में टोल प्लाजा फ्री कर देंगे। दिल्ली.जयपुर हाईवे को बंद किया जाएगा।
2 देशभर के सभी जिला मुख्यालयों में 12 दिसंबर को धरना दिया जाएगा। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान के किसान इसमें शामिल होंगे। जो शामिल नहीं हो पाएंगे, वो दिल्ली कूच करेंगे।
3 अंबानी-अडानी के मॉल, प्रोडक्ट और टोल का बायकॉट किया जाएगा। जियो के प्रोडक्ट्स का भी बायकॉट किया जाएगा। जियो की सिम को पोर्ट करवाया जाएगा।
4 भाजपा नेताओं का नेशनल लेवल पर बायकॉट करेंगे। उनके बंगलों और दफ्तरों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। कानूनों की वापसी तक आंदोलन नहीं थमेगा और ये तेज होता जाएगा।
सरकार ने किसानों की सबसे बड़ी मांग ठुकराई
सरकार ने किसानों के 10 अहम मुद्दों में से सबसे बड़ी मांग यानी कृषि कानून रद्द करने की मांग को सिरे से ठुकरा दिया। 5 मुद्दों पर सफाई देने की बात कही और 4 मुद्दों पर मौजूदा व्यवस्था में बदलाव का भरोसा दिया।
विपक्ष के 5 नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले
20 सियासी दल किसानों की मांगों का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा प्रमुख शरद पवार समेत विपक्ष के 5 नेता बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले। इनमें माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा और डीएमके के एलंगोवन भी शामिल थे।
सरकार जिद पर अड़ी तो किसान भी पीछे नहीं हटेंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा. किसान पीछे नहीं हटेंगे। यह सम्मान का मुद्दा है। क्या सरकार कानून वापस नहीं लेना चाहती। क्या किसानों पर अत्याचार होगा अगर सरकार जिद पर अड़ी है तो,किसान भी अपनी बात पर डटे हैं। कानून वापस होने ही चाहिए।
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