दिन में छाए स्मॉग से सांस लेना हुआ दूभर, एक्यूआई 448 के पार


मेरठ।सर्दी की दस्तक के साथ ही पारा लुढ़कने लगा है। मंगलवार रात न्यूनतम तापमान 11 डिग्री पर पहुंच गया, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। बुधवार को दोपहर तक स्मॉग छाया रहा। हवा नहीं चलने के कारण स्मॉग के कण वातावरण में तैरते रहे। दोपहर एक बजे हल्की धूप निकलने से राहत मिली। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 448 पर पहुंच गया है।
बुधवार को वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेना मुश्किल रहा। दोपहर तक स्मॉग की चादर सी वातावरण में ढकी रही। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। धूप देर से निकली और मंगलवार रात का पारा भी 11 डिग्री तक गिर गया। दिन का तापमान भी 30 डिग्री से नीचे चल गया है। ठंड का असर यह रहा कि लोग बुधवार को स्वेटर और अन्य गरम कपड़े पहने हुए नजर आए।
कृषि विज्ञान केंद्र खेकड़ा के प्रभारी डॉ गजेंद्र पाल सिंह का कहना है कि जिस तरह की शुरूआत हुई है, उससे इस बार अधिक ठंड पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ विभाष राजपूत का कहना है कि स्मॉग में चश्मा और मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य तौर पर करना चाहिए।
भारी पड़ सकती है लापरवाही
मौसम बदल रहा है, ऐसे में जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। सीएमएस डॉ विभाष राजपूत का कहना है कि पूरी बाजू के कपड़े जरूर पहनें। सुबह-शाम अधिक ठंड हैं। बेहतर यह होगा कि गुनगुने पानी का प्रयोग करें। मास्क जरूर पहनें, इससे व्यक्ति कोरोना के अलावा स्मॉग से होने वाले नुकसान से भी बचाव कर सकेगा।
कहां से दूषित हो रही हवा
जिले में प्रदूषित हवा की कई वजह है। हाइवे के निर्माण कार्य, सड़कों पर उठते धूल के गुबार, कूड़ा जलाए जाने के मामले और हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने का असर भी जिले के साथ पूरी एनसीआर तक पहुंच रहा है।



No comments:

Post a Comment

Popular Posts