आंगनबाड़ी केन्द्रों से बदले नियमों के साथ बटेगा राशन
- अब गेहूं चावल, दाल, देसी घी एवं स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा
बुलंदशहर। आंगनबाड़ी केन्द्रों से बांटे जाने वाले पुष्टाहार में इसी माह से कुछ बदलाव किये गये हैं। नये नियम के तहत अब फोर्टीफाइड अनुपूरक पोषाहार की जगह सूखा राशन जैसे गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ केन्द्र से वितरित किया जायेगा। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग राशन के वितरण में बदलाव होने के बाद नवम्बर में अक्टूबर माह के राशन का वितरण शुरू करेगा। जिले के ३९६७ आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अब सूखे राशन का वितरण किया जाएगा। नयी व्यवस्था के बारे में बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविका व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीओम बाजपेई ने बताया शिशु, गर्भवती, धात्री महिलाओं व किशोरियों के स्वास्थ्य व सही पोषण को गति प्रदान करने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विभाग के माध्यम से लाभार्थियों को दिए जा रहे फोर्टीफाइड अनुपूरक पोषाहार (वीनिंग फूड, मीठा, नमकीन, दलिया व लड्डू प्रीमिक्स ) के स्थान पर सूखा राशन गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ जैसे देसी घी, स्किम्ड, मिक्ल पाउडर वितरित किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने बताया शासन स्तर जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पुष्टाहार उत्पादन व वितरण का निर्णय लिया जा चुका है, लेकिन परियोजना स्तर पर इस तरह की प्रणाली को विकसित होने तक पोषाहार के रूप में सूखा राशन (दाल, चावल, गेहूं) व दुग्ध पदार्थ (देशी घी एवं स्किम्ड मिल्क पाउडर) आंगनबाड़ी केन्द्रों से वितरित किया जायेगा।
उन्होंने बताया छह माह से तीन वर्ष की आयु के बच्चे को एक किलो चावल, १.५ किलो गेहूं, ७५० ग्राम दालें, ४०० ग्राम स्किम्ड पाउडर एवं हर तीसरे महीने ४५० ग्राम देसी घी दिया जाएगा। तीन वर्ष से छह वर्ष की आयु के बच्चों को एक किलो चावल, १.५ किलो गेहूं और ४०० ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर व हर तीसरे महीने ४५० ग्राम देसी घी दिया जाएगा। इसी तरह गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं स्कूल न जाने वाली किशोरियों (११ वर्ष से १४ वर्ष तक) को एक किलो चावल, दो किलो गेहूं, ७५० ग्राम दालें, ७५० ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर, ४५० ग्राम देसी घी दिया जाएगा। ऐसे बच्चे जिन्हें अति सुपोषण की जरूरत है उन बच्चों को १.५ किलो चावल, २.५ किलो गेहूं, ५०० ग्राम दालें, ७५० ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर और हर तीसरे महीने ९०० ग्राम देसी घी दिया जाएगा।
बाजपेई ने बताया कि पूर्व की भांति ही नया सूखा राशन भी कलर कोडेड होगा। गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए पीला, छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए आसमानी नीला, तीन वर्ष से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए हल्का हरा, किशोरियों के लिए गुलाबी व अति कुपोषित बच्चों के लिए लाल रंग की पैकेजिंग में सूखे राशन का वितरण किया जायेगा।
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