विवि के भौतिकी विभाग में विश्व प्रक्षालन दिवस पर वेबिनार का आयोजन


मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि के भौतिकी विभाग के तत्वावधान में विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस के अवसर पर सभी के लिये हाथ स्वच्छता विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में हाथ को धोने के तरीके बताते के साथ स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया।
  कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रति कुलपति प्रो वाई विमला ने कहा हाथ धोना क्यों जरूरी है। इसकी क्या जरूरत है एंव हाथ न धोने से कौन-कौन सी बीमारियेां का खतरा बन रहा सकता है। इसकेबारे  में उन्होनें विस्तार से समझाया। मुख्य वक्ता आयुर्वेदाचार्य डा अमिता ने बहुत सहज तरीके से समझाया। उन्होने बताया कि पानी की अनुपलब्धता होने पर ही सैनिटाइजर का प्रयोग हाथ धोने के लिये करना चाहिए साथ ही उन्होंने बताया कि प्रचीन भारतीय संस्कृति में नीम, पपीता, पिपली, इत्यादि वनस्पतियों की पत्तियों को रगड़कर हाथ धोने का काम किया जाता था। उन्होंने बताया कि ये सभी औषधिय वनस्पति है। जो एंटी माइक्रोवियल गुणधर्म होने के कारण प्राचीन काल में सफाई के काम आती थी। डा अमिता ने वर्तमान परिपेक्ष में लगभग 5000 वर्ष पुरानी आयुर्वेदिक पद्धति को वैश्विक महामारी कोविड-19 के संदर्भ में बहुत उपयोगी बताया। हाथधोने के साथ साथ उन्होंने ओरल हायजीन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
 वेबिनार के संयोजक विभागाध्यक्ष प्रो वीरपाल ने ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की वैश्विक स्तर पर सेलिबेे्रट करने की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा इस तरह की आयोजनों से ही आमजन को जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने बताया हमारे शरीर में सबसेमहत्वपूर्ण एवं गतिमान हिस्सा होते है व जाने अनजाने में इनकी सफाई न करने पर शरीर में बहुत सारी बीमारियों के वाहक भी होते है। इस मोैके पर उत्कर्ष त्यागी, लबिस्ता त्यागी, सिमरन त्यागी, आकांश त्यागी, आकाश मलिक मौजूद रहे ।

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