जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर धुलवाए गए हाथ


गाजियाबाद
। वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे के मौके पर हाथों की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पताल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के साथ-साथ सभी सरकारी कार्यालयों में हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर कार्यालय प्रभारियों की ओर से हाथ धोने के फायदे बताते हुए इस बात पर विस्तार से चर्चा की गयी। बताया गया कि हाथ धोने की आदत से हम किस प्रकार बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। हाथ धोने के सही तरीके की भी जानकारी दी गई और साथ ही हाथ धोकर इसे बताने का प्रयास किया गया। बृहस्पतिवार को सुबह 10 से 12 बजे के बीच तमाम स्थानों पर हाथ धोने की गतिविधियां आयोजित की गईं।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने इस अवसर पर समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को हैंड हाइजीन के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर स्टाफ ने सामूहिक रूप से हाथ धोए। ब्लॉक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचईओ) रजापुर, अर्चना कुमारी ने बताया कि डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर समस्त डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ के अलावा अन्य कर्मचारियों को भी हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया। अर्चना कुमारी ने बताया कि इंद्रगढ़ी सब-सेंटर पर भी पूरे स्टाफ को हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया और हैंड हाइजीन के बारे में जानकारी भी दी गई। दूसरी ओर लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एचईओ लोनी प्रीति तोमर के निर्देशन में हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया।


स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा मुरादनगर ब्लॉक में बसंतपुर सैंतली, भोजपुर ब्लॉक में अतरौली और लोनी ब्लॉक में खानपुर जप्ती समेत जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर हैंड हाइजीन दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए और  हैंड हाइजीन (हाथ साफ रखने) के प्रति जागरूकता बढ़ाने, इसके लाभ और बीमारियों से बचाव के प्रति संवेदीकरण किया गया। साथ ही बताया गया है कि हाथ धोने से सामान्य दिनों में हम तमाम बीमारियों से बचे रहते हैं। आजकल कोरोना काल के चलते हाथ धोने की महत्ता और बढ़ जाती है। वैक्सीन आने तक समय-समय पर हाथ धोकर ही कोरोना का मात दे सकते हैं। वायरस संबंधी अधिकतर बीमारियां हाथों के जरिए ही हमारे मुंह और नाक तक पहुंचकर अपनी गिरफ्त में लेती हैं। इसलिए हाथों की स्वच्छता महत्वपूर्ण है। 
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हाथ धोने का सही फार्मूला है सुमन-के :

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने बताया कि हाथ धोने का  सही तरीका एसयूएमएएन (सुमन-के) नाम से जाना जाता है। इसमें स का मतलब, पहले सीधे हाथ धोएं, उ का मतलब उलटी तरफ से हाथ धोएं, म का मतलब मुट्ठियों को अंदर से धोएं, अ का मतलब अंगुठों को धोएं, न का मतलब दोनों हाथों के नाखून हथेलियों पर रगड़ कर साफ करें और के का मतलब है कलाई को साफ करें। सभी शब्दों को जोड़ कर इसे 'सुमन-के' का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह हर किसी को आसानी से याद रहेगा। हर बार 40 से‌कंड तक हाथ साबुन से अच्छी तरह मलकर धोएं। इससे 70 फीसदी बीमारियों से आप बचे रहेंगे। कोरोना के खिलाफ भी यही सबसे बड़ा हथियार है।

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