निर्माण के दौरान नो एंट्री लागू नहीं होगी, बड़े वाहन निकलेंगे बाइपास से

शहर में बनेंगे छह स्टेशन आईआरटीएस कोरिडोर पर चर्चा




मेरठ।
 शहर के लिये महत्वाकांक्षी योजना मेट्रो का काम बहुत जल्द तेज गति से शुरू होने जा रहा है। इसके लिये मेट्रो कंपनी एनसीआरटी ने गुरुवार को ट्रैफिक पुलिस के साथ एक कार्यशाला आयोजित कर भविष्य में शहर को ट्रैफिक डायवर्ट के बारे में विचार विमर्श किया गया। फिलहाल तय किया गया कि निर्माण सेक्टर के आधार पर किया जाएगा और बड़े वाहनों को शहर में नहीं प्रवेश करने दिया जाएगा। शहर में नो एंट्री लागू नहीं की जाएगी।
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव के आॅफिस में आयोजित कार्यशाला में आरआरटीएस कोरिडोर पर चर्चा हुई। जानकारी दी गई कि मेरठ में निर्माण कार्य मोहिउद्दीनपुर से मोदीपुरम तक किया जाएगा। ये काम दूसरे फेस के रुप में किया जा रहा है। इसमें छह स्टेशन बनाए जाएंगे।
इसमें पहला शताब्दीनगर, दूसरा ब्रह्मपुरी, तीसरा मेरठ सेंट्रल, चौथा भैंसाली बस अड्डा, पांचवां बेगमपुल और छठा मोदीपुरम स्टेशन बनेगा। जानकारी दी गई कि इन स्टेशनों में मार्ग का निर्माण शताब्दी नगर से ब्रह्मपुरी स्टेशन तक एलीवेटेड रोड, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली स्टेशन, बेगमपुल एवं टैंक चौराहे तक मार्ग भूमिगत और टैंक चौराहे से मोदीपुरम तक एलीवेटेड बनाया जाएगा। तय किया गया कि निर्माण के दौरान भारी वाहनों, बसों और ट्रकों का डायवर्जन किया जाएगा। चूंकि निर्माण कार्य दिल्ली रोड पर किया जाना प्रस्तावित है।
इस कारण ट्रांसपोर्ट नगर से आने वाले ट्रकों को परतापुर से बाइपास होते हुए बागपत फ्लाईओवर के नीचे से टीपी नगर भेजा जाएगा। इसी तरह रोडवेज बसों को बाइपास से कंकरखेड़ा होते हुए रजबन से भैंसाली मैदान भेजा जाएगा। वहीं यूनिवर्सिटी होते हुए सोहराबगेट डिपो भेजा जाएगा। इसी तरह बेगमपुल के पास स्थित अंबाला बस अड्डा मवाना बस अड्डे पर शिफ्ट किया जाएगा।
कार्यशाला में एनसीआरटी के चीफ इंजीनियर पंकज त्यागी, शलील श्रीवास्तव सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पवन कुमार डिप्टी चीफ इंजीनियर प्रथम, अंकित सिंह चौहान डिप्टी चीफ इंजीनियर तृतीय, गौरव चौधरी, संजय सिंह मीणा, प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार मिश्रा, दीन दयाल दीक्षित, बसंत सिंह, मकबूल हसन आदि मौजूद थे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts