गाजियाबाद । अब क्षय रोगियों को एक्स-रे के लिए जिला अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। गाजियाबाद समेत सूबे के ४१ जनपदों में क्षय रोग विभाग को डिजिटल एक्स-रे मशीन मिली है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. जेपी श्रीवास्तव ने बताया मशीन लगाने के लिए सिविल कार्य कराया जा रहा है। जल्दी ही सिविल कार्य पूरा होने के बाद मशीन लग जाएगी और मरीजों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल एक्स-रे मशीन और सीआर सिस्टम स्थापित किए जाने हैं। इसके लिए सभी जनपदों में ३० किलोवाट का विद्युत कनेक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एक्स-रे मशीन स्थापित करने के लिए फंड उपलब्ध कराया गया है। पत्र में २०२५ तक भारत को टीबी मुक्त कराने के भारत सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में पूरे देश के २७ फीसदी क्षय रोगी हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. जेपी श्रीवास्तव ने बताया विभाग के पास अपनी एक्स-रे मशीन होने से काफी सुविधा हो जाएगी। उन्होंने बताया शासन से मिली डिजिटल एक्स-रे मशीन काफी आधुनिक है। अब तक जिला क्षय रोग विभाग के पास अपनी एक्स-रे मशीन नहीं थी तो क्षय रोगियों को एक्स-रे कराने के लिए जिला अस्पताल में भेजा जाता था। जहां दूसरे मरीज एक्स-रे कराते हैं। ऐसे में क्षय रोगियों के वहां जाने से संक्रमण फैलने का खतरा रहता था, विभाग को एक्स-रे मशीन मिलने से टीबी का संक्रमण फैलने की आशंका काफी कम हो जाएगी और मरीजों को अनावश्यक रूप से परेशान भी नहीं होना पड़ेगा। बता दें कि गाजियाबाद में क्षय रोग की स्थापना करीब १७ वर्ष पूर्व हुई थी।
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