एसपी ने लोहा व्यापारी अपहरण कांड़ का खुलासा किया, आठ अपहर्ता गिरफ्तार किए
अपर मुख्य सचिव गृह ने पुलिस टीम को दो लाख का इनाम देने की घोषणा की
अपहरणकर्ताओं को पेशगी के तौर पर दिए थे परिजनों ने पांच लाख रुपये
बागपत।पुलिस ने बड़ौत के लोहा व्यापारी आदेश जैन अपहरणकांड़ का मंगलवार को खुलासा कर दिया है। व्यापारी के भाई के दामाद ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाकर अपहरण कर लिया था। पुलिस ने अपहरण की घटना में शामिल आठ अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अपहर्ता के मोबाइल, अपहरण में प्रयुक्त वैगनआर कार, एक बाइक और पांच लाख रुपये बरामद किए है। यह धनराशि अपहर्ताओं को पेशगी के रूप में दी गई थी।
बताते चले के सोमवार को सुबह करीब पांच बजे बड़ौत में खत्री गढ़ी स्थित ग्रौवल स्कूल के पास से तीन लोगों ने लोहा व्यापारी आदेश जैन का अपहरण कर लिया था उसे कार में डालकर फरार हो गए थे। पुलिस ने घटना के करीब नौ घंटे बाद ही व्यापारी को रटौल के जंगल से सकुशल बरामद कर लिया था।
मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए चार टीमें लगाई थी। साथ ही एसटीएफ मेरठ का भी सहयोग लिया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस अपहरणकांड़ का खुलासा करते हुए अपहरण में शामिल आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी ने बताया कि व्यापारी के अपहरण की योजना अपहृत के भाई के दामाद गौरव जैन ने अपने दोस्त अभिषेक जैन के साथ मिलकर बनाई थी। उन्होंने बताया कि गौरव के आदेश के परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध थे और उसे आदेश के व्यवसाय व पारिवारिक गतिविधियों की पूरी जानकारी थी। यह दोनों घनिष्ठ मित्र हैं और उन दोनों की १५ वर्ष पुरानी दोस्ती है। गौरव जैन की बड़ौत में पंसारी की तथा अभिषेक की कपड़े की दुकान हैं।
अभिषेक की कपड़े की दुकान पर अमित निवासी जौहड़ी काम करता है। योजना के अनुसार अपहरण की जिम्मेदारी अमित के भाई सुमित को दी गई। सुमित ने इसके लिए अपने तीन साथियों मोहसीन, अनुज व अश्वनी उर्फ प्रिंस को तैयार किया । इसके बाद सोमवार को व्यापारी के अपरहण की घटना को अंजाम दिया गया। एसपी ने बताया कि मंगलवार को सुबह पुलिस को सूचना मिली कि अपहरण की योजना बनाने वाले अभिषेक व गौरव अपहरण में शामिल शामिल लोगों से जाट कालेज के पास मिलने वाले हैं।
पुलिस को बताया गया कि घटना में शामिल पांच लोग बिरौल टंकी के पास मिल सकते हैं। इस मुलाकात का उद्देशय अपहरणकर्ताओं को दी जाने वाली २५ लाख रुपये की धनराशि के संबंध में वार्ता करना है, क्योकि आरोपी बड़ौत छोड़कर जाने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद पुलिस की चारों टीमें अलर्ट हो गई और नाकाबंदी कर जाट कालेज के पास गौाव व अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके बाद पुलिस उन दोनों को लेकर बिजरौल टंकी के पास पहुंची और वहां से भी घेराबंदी कर अनुज निवासी जिवाना गुलियान, अमित निवासी जौहड़ी, सुमित निवासी जौहड़ी, मोहसीन निवासी जिवाना गुलियान व अश्वनी उर्फ प्रिंस निवासी कोताना रोड बड़ौत को भी गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद पुलिस ने रॉकी को बिजरौल स्थित उसके घर से पकड़ लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से अपहरण में प्रयुक्त कार, एक बाइक व व्यापारी के मोबाइल तथा पांच लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। यह राशि अपहरणकर्ताओं को पेशगी के रूप में मिली थी। पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया है।
घटना को अंजाम देने को बनाई थी दो टीम
एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने दो टीमें बनाई थी। एक टीम में गौरव, अभिषेक, सुमित व अमित शामिल थे जबकि दूसरी टीम में अनुज , मोहसीन व अश्वनी उर्फ प्रिंस शाम्लि थे। गौरव को व्यापारी के घर पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखनी थी जबकि सुमित व अमित को व्यापारी की रैकी करनी थी। अपहरण की घटना को दूसरी टीम को अंजाम देना था।
योजना के अनुसार सोमवार को सुबह करीब ४.३० बजे से अमित व सुमित व्यापारी के घर पर नजर रखे हुए थे। सोमवार को सुबह करीब ५ बजे जब व्यापारी खत्री गढ़ी स्थित अपने गोंदाम पर जाने के लिए घर से निकला तो उन्होंने इसकी सूचना दूसरी टीम तथा अभिषेक व गौरव को दी। इसके बाद अनुज की टीम वैगनआर कार लेकर वहां पहुंच गए । कार मोहसीन चला रहा था।
ग्रोवैल स्कूल के निकट अनुज व प्रिंस ने व्यापारी को कार में डाल लिया और उसे बड़ौत बिजरौल रोड से होते हुए जंगल के रास्ते अमीनगर सराय रोड से होते हुए रटौल की तरफ ले गए। इस दौरान उन्होंने व्यापारी की आंखों पर पट्टी बांधी हुई थी। उन्होंने व्यापारी के फोन भी अपने कब्जे में ले लिए थे। व्यापारी को करीब चार घंटे तक वहीं जंगल में रखा गया था।
मांगी थी एक करोड़ की फिरौती
एसपी ने बताया कि व्यापारी के फोन से सोमवार को सुबह करीब ६ बजे उसके पुत्र अर्पित के पास फिरौती के लिए फोन आया । अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी को छोड़ने के लिए एक करोड़ रुपये मांगे थे और रुपये न देने पर उसकी हत्या की धमकी दी गई थी। पीड़ित परिवार ने इस संबंध में सुबह करीब7.30 बजे पुलिस को सूचना दी थी। एसपी ने बताया कि यह फोन बिजरौल के पास से किया गया था। इसके बाद यह फोन बंद हो गया था और फोन जौहड़ी के जंगल में छिपा दिया गया था।
अपहर्ताओं को मिलने थे 25 लाख रुपये
एसपी ने बताया कि फिरौती की रकम से अपहर्ताओं को 25 लाख रुपये मिलने थे। इनमें से पांच लाख रुपये अ•िाषेक व गौरव ने उन्हें पेशगी के रूप में दे दिए थे। शेष राशि फिरौती की रकम मिलने के बाद दी जानी थी।
दो माह पहले ही खरीदी थी कार
एसपी ने बताया कि अपहरण के लिए कार बिजरौल निवासी रॉकी ने उपलब्ध कराई थी। एसपी के अनुसार रॉकी ने करीब दो पूर्व अभिषेक को कार बेची थी। इस कार का प्रयोग व्यापारी के अपहरण में किया गया था। कार के कागजात न अभिषेक ही दिखा सका है और न रॉकी के पास ही कागज मिले हैं। एसपी ने बताया कि यह कार दो नम्बर की है।
तीन माह पूर्व व्यापारी के पुत्र के अपहरण का किया था प्रयास
एसपी ने बताया कि इससे पूर्व करीब तीन माह पहले आदेश के पुत्र अर्पित के अपहरण का भी प्रयास किया गया था लेकिन अपहर्ता अपने प्रयास में सफल नहीं हो सके थे । इस संबंध में पीड़ितों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी थी।
अपहरण के बाद पीड़ित परिवार के सम्पर्क में था गौरव
अपहरण की घटना को अंजाम देने के बाद गौरव व अभिषेक अपने घर पहुंच गए। इस के बाद जब व्यापारी के अपहरण की खबर मिली तो गौरव व्यापारी के घर पहुंचा और परिवार को सात्वना दी। उसने परिजनों से कहा कि पैसों का प्रबंध कर आदेश को छुड़ा लिया जाएगा। इसके बाद वह फोन से पूरा दिन परिवार के सम्पर्क में रहा। साथ ही व्यापारी के घर की गतिविधियों के संबंध में भी अपने साथियों को सूचना देता रहा।
पुलिस टीम को दो लाख रुपये देने की घोषणा
व्यापारी अपहाण कांड़ का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को अपर मुख्य सचिव गृह अश्वनी श्रीवास्व ने दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया गया था। इनमें कुल 25 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
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