० कुवैत से मिला दो टन औषधीय सेनेटाईजर का आर्डर
० अन्य सेनेटाईजर की तरह नहीं करता हाथों को शुष्क
वरिष्ठ सवांददाता
न्यूज प्रहरी 24 मेरठ।
आईआईएमटी विवि ने हर्बल सेनेटाईजर बनाया है। जोकि औषधीय गुणों से युक्त हर्बल सेनेटाईजर है जो न केवल हाथों को उच्च्तम प्रतिशत तक सेनेटाईज करता है बल्कि हाथों को शुष्क होने से बचाने के साथ त्वचा में निखार भी लाता है।
बता दें कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बाजार में सेनेटाईजर की मांग बेहद बढ गयी है। वास्तविक मूल्य से कहीं अधिक महंगे बिक रहे यह सेनेटाईजर हाथों को स्वच्छ करने से कहीं अधिक त्वचा को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं मांग अधिक होने के कारण नकली या घरों में ही तैयार किये जाने वाले सेनेटाईजर्स भी काफी मात्रा में बिक रहे हैं जो त्वचा में जलनए खुजलीए रूखापन या संक्रमण पैदा कर रहे हैं। आईआईएमटी विश्वविद्यालयए गंगानगर ने औषधीय गुणों से युक्त हर्बल सेनेटाईजर बनाया है जो न केवल हाथों को उच्च्तम प्रतिशत तक सेनेटाईज करता है बल्कि हाथों को शुष्क होने से बचाने के साथ त्वचा में निखार भी लाता है।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग ने इसके प्रकोप को बढने से रोकने के लिये उच्चकोटि का सेनेटाईजर बनाने के प्रयास शुरू कर दिये थे। फार्मेसी विभाग के अथक प्रयासों के बाद अल्कोहल बेस्ड हर्बल सेनेटाईजर तैयार किया गया और सर्वप्रथम इसको परीक्षण स्वरूप विश्वविद्यालय कर्मियों को दिया गया। पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद इसको बिक्री के लिये तैयार किया गया है। इस सेनेटाईजर की खासियत इसका औषधीय गुणों से संपूर्ण होना है। बाजार में उपलब्ध सेनेटाईजर जहां त्वचा को शुष्क और बेजान बना देते हैं वहीं इस औषधीय सेनेटाईजर में मौजूद एलोवीरा हाथों की त्वचा को नम रखने के साथ उसमें नया निखार भी लाता है। वहीं इसमें मौजूद अल्कोंहल और एलम फिटकरी हाथों को उच्चतम प्रतिशत तक सेनेटाईज करते हैं।
विश्वविद्यालय में निर्मित इस औषधीय सेनेटाईजर को लगभग लागत मूल्य पर बेचा जा रहा है। बिक्री के लिये उपलब्ध कराये जाने के पहले सप्ताह में ही उत्तर प्रदेश से एक हजार बोतल यानी 100 लीटर की मांग आ चुकी है। अपने गुणों से सबको प्रभावित करने वाले औषधीय सेनेटाईजर की मांग विदेशों से भी आ रही है। हाल ही में कुवैत से दो टन औषधीय सेनेटाईजर सप्लाई करने का आर्डर आईआईएमटी विश्वविद्यालय को मिला है। विश्वविद्यालय का फार्मेसी विभाग इस औषधीय सेनेटाईजर को और बेहतर बनाने के लिये निरंतर कार्य कर रहा है। वहीं विवि की मार्केटिंग टीम औषधीय सेनेटाईजर की कीमत को और कम करके अधिक से अधिक लोगो को उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास करने में जुटी है।आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि आईआईएमटी विवि का सदैव प्रयास रहा है कि हम देश में उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग कर उच्चकोटि के उत्पादों को कम से कम कीमत पर लोगों को उपलब्ध करायें। आईआईएमटी विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित यह औषधीय सेनेटाईजर एलोवीरा से बना होने के कारण न केवल कम कीमत पर उपलब्ध है बल्कि अपने औषधीय गुणों के कारण यह बाजार में उपलब्ध केमिकल युक्त सेनेटाईजरों से काफी बेहतर भी है। हमारे फार्मेसी विभाग की टीम इसको और अधिक बेहतर बनाने का अथक प्रयास कर रही है। हमारा प्रयास है कि इस औषधीय सेनेटाईजर को वाजिब कीमत पर अधिक से अधिक लोगों को उपलब्ध करायें।
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