प्रयागराज में UPPSC के बाहर प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन

 पुलिस से झड़प, कई हिरासत में, 300 जवान रोकने में लगे

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन मंगलवार को उग्र हो गया। आयोग के गेट के सामने बड़ी संख्या में छात्र धरने पर बैठ गए, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प हो गई।

 छात्र सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो हालात बिगड़ गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने छात्रों को दौड़ाकर हटाया, कुछ को घसीटते और टांगकर सड़क से हटाते हुए भी देखा गया। झड़प के दौरान वाराणसी से आए छात्र अखिलेश यादव सहित कई प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए, वहीं अफरातफरी में एक दरोगा भी गिर पड़ा।

प्रदर्शनकारियों की संख्या 200 से अधिक बताई जा रही है, जो समय के साथ बढ़ती गई। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए RAF, PAC और पुलिस के करीब 300 जवान मौके पर तैनात किए गए। आयोग के गेट के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है और ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। समाजवादी छात्रसभा की बीएचयू इकाई के अध्यक्ष हिमांशु यादव समेत कई छात्रों को हिरासत में लेकर बीएचयू चौकी में रखा गया है।

छात्रों की मुख्य मांग है कि PCS प्री-2024 और RO-ARO प्री-2023 के परिणामों में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। उनका कहना है कि फाइनल रिजल्ट के साथ फाइनल आंसर-की जारी की जाए, ताकि वे अपने उत्तरों का मिलान कर सकें। इसके साथ ही विभिन्न श्रेणियों के कट-ऑफ अंक सार्वजनिक करने और सभी उत्तीर्ण व अनुत्तीर्ण छात्रों के प्राप्तांक जारी करने की भी मांग की जा रही है।

प्रदर्शन के दौरान छात्र आशुतोष पांडेय की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्रों का आरोप है कि आयोग ने परिणाम जारी करने में मनमानी की है, जिससे हजारों प्रतियोगियों का भविष्य अनिश्चितता में पड़ गया है।

यह आंदोलन प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहा है। छात्रों ने साफ कहा है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस प्रशासन ने छात्रों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की है, हालांकि मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। आयोग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

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