पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह के जीवन पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन 

 मेरठ।  साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद चौधरी  चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा चौधरी  चरण सिंह जीवन एवं विचार विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो. बीरपाल सिंह, कुलानुशासक विश्वविद्यालय प्रो. के.के. शर्मा समन्वयक साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद एवं डा. विवेक कुमार, समन्वयक विधि अध्ययन संस्थान द्वारा मा सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर किया गया।  

कार्यक्रम में डा0 विवेक कुमार जी ने अपने विचार रखते हुये सभी को चौधरी  चरण सिंह जी के जीवन पर आधारित भाषण प्रतियोगिता में आये प्रतिभागियों को शुभमानायें दी। उन्होंने चौधरी  चरण सिंह जी के विषय में बताया की वे विधि के एक अच्छे छात्र और अधिवक्ता रहे और साथ ही साथ महान किसान नेता भी रहे। उन्होंने अर्थशास्त्र पर एक प्रसिद्व किताब लिखी है जिससे विदेशों में भी पढ़ाया जाता है। चौधरी  साहब का जीवन अनुशासन का पर्याय है। उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में भी कई पदों को सुशोभित किया है। उन्होंने मंच एवं निर्णायक मण्डल का स्वागत करते हुये सभी प्रतिभागियों को भाषण प्रतियोगिता के नियमों से अवगत कराया। 

कार्यक्रम में प्रो0 बीरपाल सिंह, कुलानुशासक चौधरी  चरण सिंह विश्वविद्यालय ने अपने विचार रखते हुये कहा कि जो प्रतियोगी और अन्य छात्र-छात्रायें भाषण प्रतियोगिता में उपस्थित है वे सभी बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा की भाषण प्रतियोगिता का विषय चौधरी चरण सिंह के जीवन पर आघारित है। उन्होंने सभी को उनके जीवन से शिक्षा लेने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों एव अन्य छात्र-छात्राओं को चौधरी  साहब की किताबों का अध्ययन करने के लिये और उनकी नीतियों का अपनाने के लिये प्रेरित किया। 

कार्यक्रम में प्रो. के.के.शर्मा समन्वयक साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद ने अपने विचार रखते हुये कहा कि विद्यार्थीयों को चैधरी चरण सिंह जी के द्वारा लिखित शिष्टाचार नामक पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिये। उन्होंने विद्यार्थीयों को चौधरी  चरण सिंह जी के विषय में पढ़ने मनन करने एवं चिंतन करने के लिये प्रेरित किया।  उन्होंने कहा कि बोलना एक कला है  और समयबद्व होकर बोलना भी एक कला है। उन्होंने बच्चों से अपने अनुभव साझा किये और साथ ही साथ चौधरी  चरण सिंह के जीवन के विशेष संदर्भ को समझाते हुये उनके व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने भाषण प्रतियोगिता के उद्देश्य एवं महत्व बताया। उन्होंने प्रतियोगिता के विशेष नियमो के पालन करने के लिये कहा। उन्होंने कानून के विद्यार्थीयों को अपने भाषण में चौधरी  साहब के विधि के क्षेत्र में किये गये कार्यो पर विशेष जोर देने के लिये कहा।  अर्थशास्त्र के विद्यार्थीयों को देश को आर्थिक क्षेत्र में क्या लाभ हुये उन पर जोर देने के लिये कहा साथ ही राजनैतिक क्षेत्र में विशेष कार्र्याे पर प्रकाश डाला। 

कार्यक्रम में डा0 धर्मेन्द्र एस.सी.आर.आई.ई.टी. डा. वैशाली पाटील विभागाध्यक्ष चरक स्कूल आॅफ फाॅर्मेसी डा0 अमरपाल सिंह योग विभाग ने अपने-अपने विचार रखे। प्रतियोगिता में प्रमुख रूप से 25 छात्र-छात्राआंे ने प्रतिभाग किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों एव विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के कई महाविद्यालयों के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की भी सहभागिता रही।

निर्णायक मण्डल के रूप में प्रो. सरोज कुमारी विभागाध्यक्ष शिक्षा शास्त्र विभाग चै.एस.एस.एस. पी.जी. काॅलिज माछरा मेरठ  प्रो. क्षमा गुप्ता  अंग्रेजी विभाग चै.एस.एस.एस. पी.जी. काॅलिज माछरा मेरठ एवं डा. निशात जहा विभागाध्यक्ष विधि एन.ए.एस. काॅलिज मेरठ रही।  प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रियांशी भगवती काॅलिज आॅफ ऐजूकेशन मेरठ  द्वितीय स्थान अंशु यादव डी.एन. काॅलिज मेरठ तृतीय स्थान आरजू त्यागी विधि अध्ययन संस्थान चौधरी  चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ को मिला। सांत्वना पुरस्कार यश कुमार राजकीय महाविद्यालय बी0बी0नगर बुलंदशहर एवं राखाी नागर श्री द्रोर्णाचार्य डिग्री काॅलिज दंकौर को दिया गया।  कार्यक्रम का कुशल संचालन सोनल भुषण द्वारा किया गया और डा0 सुदेशना ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।  कार्यक्रम में डा0 विकास कुमार डा0 सुशील कुमार शर्मा डा0 महिपाल  डा0 धनपाल डा. मीनाक्षी  एवं संस्थान में अध्ययनरत् छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

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