आईआईएमटी विवि को मिला ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस’ का खिताब
- नई दिल्ली में आयोजित आईओएच कॉन्क्लेव में क्यूएस आई-गेज द्वारा किया गया सम्मानित
- छात्र-शिक्षक और पूर्व छात्र के मानसिक कल्याण और प्रसन्नता को प्राथमिकता देता है आईआईएमटी विश्वविद्यालय- कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता
मेरठ। मूल्य-आधारित शिक्षा के क्षेत्र में आईआईएमटी विश्वविद्यालय ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। नई दिल्ली में आयोजित आईओएच कॉन्क्लेव के दौरान क्यूएस आई-गेज द्वारा आईआईएमटी विश्वविद्यालय को शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए प्रमाणित ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस’ के रूप में सम्मानित किया गया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय की ओर से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार डॉ. अक्षय राज और डॉ. वैभव शर्मा ने प्राप्त किया।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ0 दीपा शर्मा ने बताया की, यह सम्मान छात्रों, संकायों और पूर्व छात्रों के व्यापक सर्वेक्षण और विस्तृत प्रतिक्रिया विश्लेषण पर आधारित है, जो एक सकारात्मक और समावेशी शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने में संस्थान की सफलता को दर्शाता है।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने कहा, यह प्रमाणन आईआईएमटी परिवार के मानसिक कल्याण और प्रसन्नता को प्राथमिकता देने के लिए आईआईएमटी विश्वविद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। शैक्षणिक गुणवत्ता प्रदान करने वाला, उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख संस्थान होने के साथ आईआईएमटी विश्वविद्यालय एक खुशहाल और सहायक परिवेश भी प्रदान करता है।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डॉ0 मयंक अग्रवाल ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस’ का सम्मान मिलना दर्शाता है की आईआईएमटी विश्वविद्यालय छात्र-शिक्षक और पूर्व छात्रों को उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण प्रदान कर रहा है। यह उपलब्धि हमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय में नाम हैं अनेक उपलब्धियां
इससे पूर्व आईआईआरएफ रैंकिंग 2025 में आईआईएमटी विश्वविद्यालय को निजी विश्वविद्यालयों में पहली स्टेट रैंक मिली है। आईआईआरएफ रैंकिंग 2024 में आईआईएमटी विश्वविद्यालय को उभरते 30 निजी विश्वविद्यालयों में पहली स्टेट रैंक मिली थी। इसके साथ ही आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ ने जोन रैंक-3 प्राप्त की थी। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों को दी गयी रैंकिंग में 4 स्टॉर रैंकिंग प्राप्त की थी। इनोवेशन और स्टार्टअप प्रमोशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये आईआईएमटी विश्वविद्यालय उच्च रैंकिंग प्राप्त कर नार्दन इंडिया के शीर्ष चार विश्वविद्यालयों में अग्रणी रहा था। वहीं यूनाइटेड नेशन के संस्टेबलल डेवलेपमेंट गोल में कार्य करने के लिये आईआईएमटी विश्वविद्यालय को आर वर्ल्ड इंस्टीटयूशनल रैंकिग, सस्टेनेबल इंस्टीट्यूशंस ऑफ इंडिया ग्रीन रैंकिंग 2024 प्रदान की गयी थी।


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