55 घंटों से किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी

 अधिकारियों के आश्वसान के बाद मांगे पूरी होने तक धरना जारी की दी चेतावनी 

गन्ना भवन के सामने जलाई गन्ने की होली, कढ़ाई चढ़ाकर बनाया खाना; बीन भी बजाई

 मेरठ। मांगों को लेकर  भाकियू टिकैत के किसानों का अनिश्चितकालीन धरना किसान भवन पर सोमवार दोपहर 3 बजे से जारी है। किसानों की मुख्य रूप से मांग है कि जिन नियमों के साथ पिछले तीन पेराई सत्र से गन्ना तौल क्रय केंद्रों पर की जा रही थी इस वर्ष भी वहीं नियम रहने चाहिए।

किसानों का धरना खत्म कराने के लिए उप गन्ना आयुक्त के साथ एडीएम सिटी ब्रजेश सिंह की मध्यस्ता में किसानों से कई बार वार्ता हुई । एउीएम सिटी ब्रजेश सिंह ने डीएम वी के सिंह से भाकियू के जिला अध्यक्ष  अनुराग चौधरी से बात करायी। डीएम ने समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। लेकिन भाकियू के जिला अध्यक्ष ने तत्काल मांग पर अडते हुए धरना जारी रखसने के लिए कहा। जिस पर वार्ता विफल रही। किसानों ने इस दौरान उप गन्ना आयुक्त को किसानों ने वहीं अपने बीच ही बैठा कर रखा।जो किसान गन्ना भवन में धरना दे रहे हैं उनके लिए आसपास के अन्य लोग दूध, हलवा केले आदि लेकर पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही किसान अधिकारी जो उनसे वार्ता के लिए आते हैं उनका भी दूध और हलवा खिलाकर स्वागत करते हैं।किसान सिर्फ इसी बात पर अड़े हैं कि उन्हें अपनी समस्याओं का निस्तारण लिखित में चाहिए और तत्काल प्रभाव से नियम बदले जाए। इस बार वे किसी प्रकार के आश्वासन पर धरना खत्म नहीं करेंगे।

आश्वासन नहीं निस्तारण चाहिए- अनुराग चौधरी

भाकियू टिकैत के जिला अध्यक्ष ने कहा कि जब भी हम प्रदर्शन करते हैं तो अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं लेकिन कोई निस्तारण उनकी समस्या का नहीं होता है। इस बार उनके सभी साथी यह ठान कर आए हैं कि जब तक ठोस समाधान नहीं होता है धरना जारी रहेगा।

सीओ के सामने जलाई गन्ने की होली

धरने की अध्यक्ष कर रहे मेजर चिंदोड़ी और जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी ने संयुक्त रूप से किसानों के साथ मिलकर गन्ने की होली जलाई। उन्होंने कहा कि जब हमारे गन्ने को कोई खरीद नहीं रहा है तो उनके पास इसका और कोई विकल्प नहीं है।

अधिकारी के कमीशन में किसान का शेषण- सतबीर जंगेठी

भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी सतबीर जंगेठी ने कहा कि गन्ना विभाग में कमीशन का बहुत कड़ा खेल चल रहा है और इसके बीच में किसान का शोषण किया जा रहा है। ऐसे अब वह नहीं होने देंगे और किसानों की सुविधा जिन नियमों से होती आ रही है वही नियम लागू करा कर रहेंगे।

 अधिकारी गन्ने की वैरायटी नहीं बता पाए 

 किसानों ने गन्ना भवन में चार गन्ने विभिन्न प्रजातियों के खडे किए। इस दौरान उन्होनें विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से गन्ने की वैरायटी के बारे में जानने का प्रयास किया तो कर्मचारी व अधिकारी बगल झांकने लगे। इस पर किसानों ने कहा कमीशन खोरी पर ध्यान न देकर वैरायटी पर ध्यान तो गन्ने की वैरायटी पता चल जाएगी। 

किसानों की मांगें...

जनपद में सभी मिलो को समानांतर नियम से चलवाने की मांग।

पिछले तीन साल वाले नियम ही हो लागू।

गन्ना भुगतान समय पर दिया जाए।

इंडेंट किसान की जरूरत के अनुसार जारी हो।

जिस भी मांग को माना जाए वो पूरे मेरठ मंडल के लिए लागू हो और तत्काल लिखित में देकर स्वीकार किया जाए।

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