10 लाख डॉलर के ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए के एल के प्रधानाचार्य सुधांशु शेखर चयनित
अगले साल होगा दुबई में आयोजन ्,देश से चुने गये तीन शिक्षक
मेरठ। शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, मानवीय मूल्यों और सामाजिक सरोकारों काे केंद्र में रखकर उल्लेखनीय कार्य करने वाले मेरठ के प्रख्यात शिक्षाविद् सुधांशु शेखर को ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार विश्व स्तर पर शिक्षकों के लिए सर्वोच्च सम्मान माना जाता है जिसकी कुल पुरस्कार राशि 10 लाख अमेरिकी डॉलर है।
सुधांशु शेखर वर्तमान में के. एल. इंटरनेशनल स्कूल, मेरठ मेें प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। वे सीबीएसई के सिटी का ऑर्डिनेटर के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे है। उनके नेतृत्व में विद्यालय मे नवाचार आधारित शिक्षण पद्धतियों, मूल्यपरक शिक्षा, नैतिकता एवं भावनात्मक विकास काे पाठ्यक्रम का अभिन्न हिस्सा बनाया गया है,जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। वर्की फाउंडेशन एवं यूनेस्को के सहयोग से दिए जाने वाले 2026 जीईएमएस एजुकेशन ग्लोबल टीचर प्राइज के लिए इस वर्ष विश्व भर से हजारों शिक्षकों के नामांकन प्राप्त हुए थे, जिनमें से शीर्ष 50 शिक्षकों का चयन किया गया। भारत से केवल तीन शिक्षकों को इस प्रतिष्ठित सूची में स्थान मिला है जिसमें मेरठ के शिक्षाविद सुधांशु शेखर का चयन होना न केवल शहर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है। उनका चयन शिक्षकों के शैक्षिक नवाचार, विद्यार्थियों एवं समाज पर उनके प्रभाव तथा शिक्षा के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन लाने के प्रयासाें के आधार पर किया गया।
शेखर ने सामाजिक-आर्थिक रूप से कमजोर वर्गाें, ग्रामीण क्षेत्रों तथा विविध पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यार्थियों ें के लिए शिक्षा को सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किया है।। उन्होंने अनुभव-आधारित शिक्षण, मूल्यपरक शिक्षा और समावेशी शिक्षण मॉडल को अपनाकर विद्यार्थियों को जीवनोपयोगी कौशल प्रदान करने पर विशेष बल दिया ह ै। विद्यालय के बोर्ड परीक्षा परिणाम से लेकर टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम, विद्यालय के शिक्षकों का सीबीएसई के रिसोर्स पर्सन के रूप चयन, ये सभी उपलब्धियाँ श्री शेखर के उत्कृष्ट दिशा निर्देशन का ही परिणाम है।
बता दें सुधांशु शेखर काे इससे पूर्व वर्ष 2024 में राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। ग्लोबल टीचर प्राइज हेतु उनके चयन के सुअवसर पर विद्यालय में मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने उसे कहा कि यह चयन उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि शिक्षण कार्य के प्रति समर्पण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की पहचान है । उनका लक्ष्य शिक्षा को केवल अकादमिक उपलब्धिया ें तक सीमित न रखकर चरित्र निर्माण और वैश्विक दृष्टिकोण से जाेड़ना है। ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के अंतिम विजेता की घोषणा आगामी वर्ष दुबई में की जाएगी। सुधांशु शेखर की इस उपलब्धि से केवल विद्यालय में ही नहीं वरन शिक्षा जगत में हर्ष, उत्साह और प्रेरणा का वातावरण बना हुआ है।


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