जलवायु परिवर्तन में वैज्ञानिकों की अहम भूमिका- विकास गुप्ता
कृषि विवि मे ंतीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला समाप्त
40 लाख रूपये के बीजों की हुई बिक्री
मेरठ। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी पौष्टिक अनाज : समृद्ध किसान का समापन शुक्रवार को उत्साहपूर्वक हुआ। कुलपति प्रो. के.के. सिंह की अध्यक्षता में हुए समापन समारोह में मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष, उपकार लखनऊ तथा विशिष्ट अतिथि पद्मश्री सेठपाल सिंह और पद्मश्री भारत भूषण त्यागी ने किसानों का उत्साहवर्धन किया।
-- विश्वविद्यालय द्वारा लगातार चौथे वर्ष बिना किसी सरकारी या वित्तीय सहयोग के इस मेले का सफल आयोजन किया गया। कुलपति डॉ. के.के. सिंह ने कहा कि मेले में लगे 170 से अधिक स्टालों के माध्यम से किसानों को कृषि की नवीन तकनीकों की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि किसानों एवं महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर आधुनिक खेती के प्रति अपनी जागरूकता दिखाई।
-- मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता ने कहा कि बदलते जलवायु परिवेश से कृषि उत्पादन प्रभावित हो रहा है। लेकिन वैज्ञानिक नई तकनीकें विकसित कर किसानों को सक्षम बना रहे हैं ताकि वे विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर उत्पादन ले सकें। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री सेठपाल सिंह ने प्राकृतिक खेती को समय की आवश्यकता बताया, वहीं पद्मश्री भारत भूषण त्यागी ने कहा कि किसानों को बाजार से जोड़ना ही आय वृद्धि का सबसे प्रभावी माध्यम है।
-- निदेशक प्रसार डॉ. पी.के. सिंह ने बताया कि मेले में विश्वविद्यालय और विभिन्न बीज कंपनियों द्वारा लगभग 40 लाख रुपये के बीजों की बिक्री हुई। जिसमें से 20 लाख रुपये की बिक्री विश्वविद्यालय द्वारा की गई। गेहूं, सरसों और दलहनी फसलों के बीज सबसे अधिक बिके। करीब 26 से 28 हजार किसानों एवं कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने मेले में प्रतिभाग किया।
पुरस्कार वितरण में किसानों का उत्साह
-- समापन समारोह में मैसर्स शिवांगी इंटरनेशनल, मैनकाइंड एग्रीटेक प्रा.लि. एवं किस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन को ओवरऑल सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
बैंक समूह में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को प्रथम पुरस्कार मिला, जबकि विश्वविद्यालय के तकनीकी महाविद्यालय को भी प्रथम स्थान से सम्मानित किया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र श्रेणी में हापुड़ एवं अमरोहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और सम्भल द्वितीय स्थान पर रहे।
आयोजन में रहा विश्वविद्यालय परिवार का विशेष योगदान
-- समारोह में विश्वविद्यालय के कुलसचिव, वित्त नियंत्रक, सभी अधिष्ठाता, निदेशकगण, डॉ. सतेन्द्र कुमार, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. एस.के. लोधी, डॉ. एस.के. त्रिपाठी, डॉ. हरिओम कटियार, वी.पी. सिंह एवं प्रसार निदेशालय के कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।

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