व्यापारी से नाक रगड़वाने वाला भाजपा नेता  पार्टी  से  निलंबित 

-एसएसपी ने चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को किया निलंबित

-राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर की घेराबंदी को लेकर प्रदर्शन किए गए 

मेरठ। व्यापारी से सड़क पर नाक रगड़वाने के प्रकरण में जहां भाजपा नेता विकुल चपराना को पार्टी से  निलंबित कर   दिया गया है। वहीं इस मामले में मौके पर मूक दर्शक बनकर तमाशा देखने वाले कीर्ति पैलेस चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच एसपी सिटी को सौंपी है। उधर, यह प्रकरण राजनीतिक रंग भी लेता जा रहा है। कांग्रेस, सपा समेत कई सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन कर ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर की राजनीतिक घेराबंदी शुरू कर दी है। साथ ही इस गंभीर प्रकरण में आरोपी भाजपा नेता को थाने से जमानत देने के मामले में भी प्रदेश पुलिस मुखिया से भी शिकायत की गई है। उधर, मानवाधिकार आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है।

ये था मामला 

19 अक्टूबर को ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर के ऑफिस के नीचे कार पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विकुल चपराना ने व्यापारी सत्यम रस्तोगी के कार के शीशे तोड़ दिए थे और ऊर्जा मंत्री के नाम से धमकाते हुए व्यापारी से पुलिस को मौजदूगी में नाक रगड़वाई थी। 21 अक्टूबर को इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक संगठनों से लेकर अन्य राजनीतिक दलों ने आक्रोश व्यक्त किया था। पुलिस ने भी अपना बचाव करते हुए वीडियो पर संज्ञान लेते हुए विकुल चपराना को गिरफ्तार कर शांति भंग की धारा 151 में चालान करने के बाद थाने से जमानत दे दी थी। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने मंगलवार रात ही कीर्ति पैलेस चौकी प्रभारी गौरव सिंह, हेड कांस्टेबल चेतन व कांस्टेबल बृजेश को लाइन हाजिर कर दिया था।

सोशल मीडिया पर किरकिरी होता देखकर विकुल को पद से हटाया

मंगलवार से लगातार सोशल मीडिया से लेकर अन्य प्लेटफार्म पर भाजपा की हो रही किरकिरी के बाद भाजपा नेताओं ने भी इस पूरे मामले पर संज्ञान ले लिया है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। लिखा कि व्यापारी के साथ अभद्र व्यवहार आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है। ये भाजपा के संस्कार एवं संविधान दोनों का उल्लंघन है। पार्टी के निर्देशानुसार तत्काल प्रभाव से विकुल चपराणा को किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है।  

पुलिस और ऊर्जा मंत्री की घेराबंदी शुरू 

इस मामले पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। पुलिस विकुल चपराणा के कितने दबाव में थी या फिर यह कहे की ऊर्जा मंत्री के खास होने के कारण पुलिस मौके पर पूरी घटना को मूकदर्शक बनकर देखती रही। अगर पुलिस उस समय कार्रवाई कर देती  तो यह प्रकरण राजनीतिक रंग नहीं लेता। इस घटना के विरोध में बुधवार को सपा नेता मुखिया गुर्जर ने कमिश्नरी पर प्रदर्शन करते हुए कहा। भाजपा नेता विकुल चपराणा पुलिस की मौजूदगी में ऊर्जा मंत्री का नाम लेकर व्यापारी पर दबंगई दिखा रहा है और बदमाशों पर कार्रवाई की दम भरने वाली भाजपा की पुलिस पूरे प्रकरण को मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। ऐसे आरोपी पर रासुका लगनी चाहिए। वहीं इसके विरोध में कांग्रेसियों ने भी कलेक्ट्रेट से पर ऊर्जा मंत्री के आफिस पर प्रदर्शन किया। मामले की गरमाहट को देखते हुए ऊर्जा मंत्री ऑफिस के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।   

 मंत्री सोमेंद्र तोमर ने अब तक मुकदमा क्यों नहीं दर्ज कराया : डा. पहल 

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संदीप पहल ने कहा है कि विपुल चपराणा के ऊर्जा मंत्री के साथ कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। साथ ही वह वीडियो भी लोग देख और सुन रहे। मंत्री सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर जिस तरह एक युवक ने सड़क पर पुलिस के सामने एक व्यापारी के साथ हरकत की है। उसे गाली दी और अपमानित किया है उसने मुझे हिला दिया है। व्यापार संघ भी चुप है। यह समझ परे है।  अगर यह व्यक्ति सोमेंद्र तोमर का खास नहीं है तो मंत्री ने इस व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई है? पूर्व में शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी के लड़के और समर्थक सड़क पर ऐसी हरकत करते थे। गोलियां चलाते थे। उन यादों को ताजा कर दिया है। जनता को सोचना होगा, वरना आने वाला कल और खतरनाक होगा।

डीजीपी को भेजी शिकायत

अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने इस पूरे मामले में डीजीपी को शिकायत पत्र भेजा है। जिसमें मांग की है कि आरोपी विकुल चपराणा पर सख्त एक्शन होना चाहिए। इस तरह उसने पुलिस के सामने मंत्री का नाम लेकर एक कारोबारी को धमकाया, नाक रगड़वाई है। इस मामले में पुलिस ने केवल 151 में चालान करके आरोपी को जमानत दे दी। जो केवल खानापूर्ति है। इस पर सख्त एक्शन होना चाहिए।

 जिस विवाद के बारे में बता रहे हैं, उसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मेरा नाम तो कोई भी ले सकता है, क्योंकि पूरी विधानसभा मेरी है। इस मामले से मेरा कोई ताल्लुक नहीं है। मैं ऐसे किसी व्यक्ति को जानता नहीं हूं।

-डा. सोमेंद्र तोमर, ऊर्जा राज्यमंत्री 

 मंगलवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने संज्ञान लिया था। मुकदमा दर्ज आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। इस मामले में जांच के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में टीम बनाई गई है, जिसमें सीओ सिविल लाइन, नौचंदी व मेडिकल थाना प्रभारी को शामिल किया गया है। लोगों के बयान के बाद अन्य आरोपियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। विवाद कार पार्किंग को लेकर हुआ था।

डा. विपिन ताडा, एसएसपी

मेरी कोई गलती नहीं थी। पार्किंग का विवाद था। मेरी किसी से कोई पर्सनल दुश्मनी नहीं है। पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रही है। हम तो साधारण आदमी हैं। 

सत्यम रस्तोगी, पीड़ित व्यापारी

वीडियो मेरे संज्ञान में आया है। भाजपा बेहद सम्मान और मान मर्यादा वाली पार्टी है, इस तरह के अपशब्द और गतिविधियां पार्टी में स्वीकार्य नहीं है। विकुल चपराणा को पार्टी से निलबिंत कर  दिया गया है। 

-शिवकुमार राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष। 

 दिन भर राज्य मंत्री के आवास पर रही गहमागहमी 

 व्यापारी के साथ सार्वजनिक स्थान नाक रगड़वाने मामला सामने आने के बाद बुधवार को राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर के आवास पर दिन भर भाजपा नेताओं का आना जाना लगा रहा । दिन भर पुलिस की तैनाती आवास व कार्यालय पर रही। 

 

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