आयुष्मान कार्ड धारक का अस्पताल ने उपचार कराने से किया मना
परिजनों के हंगामें के बाद अस्पताल मरीज को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराने का बना रहा दबाव
मेरठ। तमाम प्रयास के बाद प्राइवेट अस्पताल आषुष्मान कार्ड धारकों को उपचार करने से मना रहे है। इसकी जीता जाता नमून हापुड़ रोड स्थित ऑप्टमा का प्रकाश में आया है। जहां पर सड़क हादसे में भर्ती को अस्पताल ने भर्ती करा लिया उसका उपचार करा कर परिजनों ने दो लाख रूपये वसूल लिए । जब कि मरीज आयुष्मान कार्ड धारक है । अस्पताल के चिकित्सक मरीज का उपचार कराने के बजाय अन्य अस्पताल में भेजने का दबाव परिजनों पर बना रहे है। जिस पर परिजनों ने बुधवार को सीएमओ कार्यालय पर हिंदू स्वाभिमान परिषद के बैनर तले जमकर हंगामा करते हुए अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
काशीराम कालोनी लाेहिया नगर निवासी जॉनी जाटव गत 5 अक्टूबर को सड़क हादसे में घायल हो गया था। आनन फानन में परिजन ने औप्टमा अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान परिजनों ने उपचार कर रहे चिकित्सकों को बताया मरीज आयुष्मान कार्ड धारक है। परिजनों को आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सक डा विपुल त्यागी ने कहा अप्रुवल आने के बाद उपचार आरंभ कर दिया है। इस दौरान उससे दो लाख रूपये उपचार करने के नाम पर ले लिए। परिजनों का आरोप हैकि उपचार के दौरान न तो कोई चिकित्सक आया न ही स्टॉफ ने कोई संन्तुष्ट जवाब दिया। उनका आरोप है जबउन्होंने हंगामा किया तो जानी को राइस टयूब् डाल दी। आरोप है अब चिकित्सक मरीज को सुभारती ले जाने का दबाव बना रहे है। इस दौरान परिजनों ने आराेप लगाया प्राइवेट अस्पताल लूट के अडडे बन गये है।
हंगामें के बीच सीएमओ कार्यालय से एसीएमओ डा पूजा शर्मा के नेतृत्व में टीम ऑप्टिमा अस्पताल में पहुंची। वहां पर अस्पताल के चिकित्सकों के मरीज के बारे में जानकारी ली। जब डा. पूजा शर्मा ने अस्पताल के प्रबंघकों से सवाल किए जब मरीज आयुष्मान कार्ड धारक तो मरीज के परिजनों से पैसे क्यों जमा कराए। अस्पताल के चिकित्सकों का कहना था मरीज की हालत नाजुक थी। इस लिए उपचार आरंभ कर दिया।

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