धरने बैठी पीड़ित महिलाओं को भाजपा नेता पर उतारा गुस्साा
बाेली नेताओं ने हमें सड़क पर खड़ा कर दिया
मेरठ। सेंट्रल मार्केट में दुकानें टूटने से नाराज व्यापारियों के घरों की महिलाओं ने भाजपा नेताओं को खरीखोटी सुनाई। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत शारदा व्यापारियों का दर्द बांटने पहुंचे। उन्हें देखकर महिलाएं आगबबूला हो गईं। महिलाओं ने कहा कि हम जिंदगी भर कहते रहे हम भाजपाई हैं, लेकिन इस भाजपा ने हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया।
शुक्रवार को पीड़ित व्यापारियों ने अपने परिवार के साथ धरना शुरू कर दिया। पीड़ित दुकानदार अपने टूटे हुए कांप्लेक्स के सामने ही कनात तानकर और कुर्सी लगाकर धरने पर बैठ गए। घरों से महिलाएं भी वहां दिनभर धरनास्थल पर पहुंची। इस बीच विनीत शारदा मौके पर पहुंचे और कहा कि कि दुख की इस घड़ी में मैं व्यापारियों की साथ हूं। इसके बाद वहां मौजूद महिलाएं बरस पड़ीं।हम भाजपा के साथ हैं। लेकिन भाजपा ने हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। क्या वो हमारे साथ है? हमें जवाब चाहिए। आप हमसे कह रहे हो, आप हमारे साथ हो। आज हम लोग सड़क पर खड़े हैं हमारे पास अब कुछ नहीं है। आप जिनके साथ थे वो बच गए, हमें सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया, हम पर क्यों नहीं चलवाया बुलडोजर?
हम पर भी बुलडोजर चलवा दो
हमारे पास केवल ये मलबा और पत्थर बचा है और कुछ नहीं हैं। एक बुलडोजर हम लोगों पर भी चलवा दो। आप कह दो भाजपा हमारे साथ है, तो क्या हमें सड़क पर खड़ा करोगे। हमारी इतनी बड़ी बिल्डिंग थी अब कुछ नहीं है हमारे पास, हमारी इमारत को यूं ताश के पत्ते की तरह यूं ढहा दिया। हमनें 10 साल लड़ाई कर ली, कहां-कहां नहीं हमने जूते रगड़े, हमने इतनी माफियां मांगी।
जो अमीर हैं वो बच गए गरीबों पर बुलडोजर चला
जो अमीर हैं जिनके 10-10 दिन पहले इतने बड़े बड़े शोरूम खोले गए गोल्ड के, उनको बचा लिया गया, क्योंकि अमीरों के साथ सब खड़े हैं। अमीर तो बच गए। केवल गरीबों पर बुलडोजर चला है। पहले हम अपने बच्चों को मारेंगे फिर खुद मरेंगे।
केवल योगी जी के ईमानदार होने से कुछ नहीं होगा
एक योगी जी के ईमानदार होने से कुछ नहीं होता, अंधा कानून है तुम्हारा। कहा कि हमारी लाशें यहां पड़ी हैं वहां पटाखे फूट रहे हैं। हम अपने बच्चों के लिए यहां खड़े हैं। ये हमारी लाशें पड़ी हैं। वो लोग यहां तक आए और लड्डू बांटकर चले गए। हमसे मिलने तक नहीं आए। हम सालों से यही कहते रहे हम भाजपाई हैं हम भाजपाई हैं, ये हम नहीं खड़े हैं हमारी लाशें खड़ी हैं।
हमारी लाशों पर उन्होंने लड्डू बांटे
हम तो अपने बच्चों के लिए खड़े हैं। हममें से किसी के घर आया कोई, वो यहां तक आए हमारे पास नहीं आए, हम चार दिन से रो रहे हैं..और लड्डू बंट रहे हैं उन्हें शर्म नहीं आई, हमारी मौत पर आंसू बहाकर वो लोग लड्डू बांट रहे हैं।
हाथ जोड़कर खड़े रहे विनीत शारदा
इस पूरे एपिसोड के दौरान विनीत शारदा हाथ जोड़कर खड़े होकर महिलाओं की नाराजगी सुनते रहे। बीच में उन्होंने कहा कि वो पीड़ित परिवारों से मिले भी थे। उनको कॉल भी किए थे। इस पर महिलाओं ने कहा कि आप तो आए लेकिन बाकी नेता कहां हैं जिन्होंने लड्डू बांटे हमसे मिलने तक नहीं आए।


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