धराली: मलबे में जिंदगी की तलाश बेहद मुश्किल
रेस्क्यू अभियान में 32 वर्षीय युवक का शव बरामद
देहरादून (एजेंसी)।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को धराली क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण आए मलबे में लापता अनेक लोगों में से एक का शव बुधवार सुबह राहत और बचाव दलों ने बरामद किया। विभिन्न राहत दल भी मौके पहुंच गए हैं। प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने के अधिकांश मार्ग भी अवरुद्ध हैं। सुबह से क्षेत्र में लगातार बारिश होने के बाद फिलहाल बंद हैं।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के अनुसार धराली खीरगाड में जल स्तर बढऩे के कारण अभी तक कुल 10 व्यक्तियों के लापता होने की सूचना है, जबकि बुधवार की सुबह आकाश पंवार (32) पुत्र महावीर सिंह पंवार निवासी ग्राम धराली, उत्तरकाशी का शव बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में खीरगाड, सुक्की टॉप, आवाना ध्यागाड का जल स्तर खतरे के स्तर से कम है।
श्री आर्य ने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ी भटवाडी के पास 100 मीटर भाग में भू-धंसाव हुआ है, जबकि पापडगाड के पास मार्ग पूरा बह गया है। उन्होंने बताया कि गंगनानी से आगे नाग मंदिर के पास बादल फटने के कारण 30 मीटर पुल क्षतिग्रस्त होने के साथ, मार्ग पूरा बहा हुआ है। सोनगाढ़ के पास भूस्खलन होने के कारण मार्ग अवरूद्ध है। डबरानी के पास और उत्तरकाशी से ऋषिकेश नगुण तथा नालूपानी के पास भूस्खलन होने के कारण मार्ग अवरूद्ध है। यह सभी मार्ग सुचारू किये जाने के प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। इसके अलावा, झाला पुल का एबेटमेंट में दरार पड़ी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि धराली क्षेत्र में बिजली बाधित होने के कारण नेटर्वक नहीं है। जिस कारण संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसलिए घटना स्थल पर सेटेलाइट फोन भेजे गए हैं। साथ ही, नेटवर्क सुचारू किए जाने को भी टीम भेजी गई है, जबकि झाला हेलीपैड और चिन्यालीसौड हवाई पट्टी को ऐक्टीवेट कर, नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय के नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए राजकीय कीर्ति इण्टर कॉलेज तथा जीआईसी कॉलेज को आश्रय गृह बनाया गया है। झाला तथा हर्षिल राजकीय इण्टर कॉलेज एवं गढवाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस को राहत शिविर बनाया गया है। जिला अधिकारी के अनुसार गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न स्थानों पर बाधित होने के दृष्टिगत यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। उन्होंने बताया कि गंगोत्री धाम में वर्तमान में लगभग 400 यात्री है, जो सुरक्षित हैं।
No comments:
Post a Comment