गंगा नदी उफान पर 
खादर के एक दर्जन से अधिक गांवों में छाया बाढ़ का खतरा 

 गांव की  सड़कों पर 1 से 2 फीट पानी,पैदल निकलना हुआ दुश्वार 

 हरिद्वार व बिजनौर से पानी छोड़े जाने के बाद विकट बनी स्थिति

 मेरठ। पहाड़ो पर मूसलाधार वर्षा के कारण मेरठ के खादर क्षेत्र के गांवाें बांढ़ का खतरा मड़‍रा गया है। मवाना और हस्तिनापुर क्षेत्र में गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर गंभीर संकट बन गया है। बिजनौर बैराज से 2 लाख 30 हजार क्यूसेक और हरिद्वार से 2 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से स्थिति विकट हो गई है।

गंगा किनारे बसे फतेहपुर प्रेम, सिरजेपुर, शेरपुर, गावड़ी, हंसापुर, परसापुर, कुन्हेड़ा, चमरोज, लतीफपुर, भीमकुंड, खेड़ी कला, बधवा, मनोहरपुर, दूधली, मखदुमपुर और बस्तौरा सहित दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा रहा है  गांवों के आसपास की सड़कों पर 1 से 2 फीट तक पानी भर चुका है। आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। संपर्क मार्गों पर गंगाजल इतना फैल चुका है कि वाहन तो दूर, पैदल निकलना भी खतरनाक हो गया है।

प्रशासन की टीम मौके पर नहीं पहुंची

ग्रामीण नाव और ट्रैक्टरों के सहारे किसी तरह एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच रहे हैं। खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो चुकी हैं। ग्रामीणों को राशन, दवाइयों और अन्य जरूरी वस्तुओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए हालात और भी अधिक कठिन होते जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। माना जा रहा है कि आज रात तक पानी और बढ़ जाएगा। घरों तक पानी पहुंच जाएगा। इसके लिए डीएम के निर्देश पर एडीएम एफआर सूर्यकांत को प्रभारी नियुक्त किया गया है। प्रशासन और राहत बचाव की टीम हस्तिनापुर में जा रही है।

 बोले अधिकारी 

डीएम डॉ. वीके सिंह ने बताया कि हरिद्वार में लगभग ढाई लाख क्यूसेक से अधिक पानी है। बिजनौर बैराज पर भी पानी बढ़ गया है। अभी हस्तिनापुर में बाढ़ नहीं है, लेकिन इससे अधिक पानी आया तो बाढ़ आने की संभावना है। अगर बाढ़ आती है तो इसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। वॉटर लेवल बढ़ने के कारण हमने अलर्ट जारी किया है। अगर पानी का लेवल 3 लाख क्यूसेक के आसपास आता है तो हमारे यहां लो फ्लड आती है, उसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। एडीएम एफआर और राहत बचाव की टीम को हस्तिनापुर में तैनात किया है। टीम वहां मौका मुआयना कर रही है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts