टीचर मनीषा की मौत पर मचा बवाल

 हरियाणा के दो जिलों में इंटरनेट बंद, परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
भिवानी (एजेंसी)।भिवानी में मनीषा की मौत के बाद बवाल मच गया है। हरियाणा के भिवानी और चरखी दादरी में प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट बंद कर दिया है। अगले दो दिनों तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप रहेंगी। प्रदेश के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देते हुए सभी तरह के बल्क एसएमएस और इंटरनेट पर पाबंदी रहेगी।
दरअसल, सोमवार रात पुलिस टीम ने मृतका मनीषा के पिता संजय से बातचीत की। इसके बाद संजय ने कहा कि वह पुलिस की जांच से संतुष्ट हैं। वह मंगलवार को अंतिम संस्कार कर देंगे, लेकिन आज उन्होंने एक वीडियो में कहा कि मेरी बेटी कभी आत्महत्या नहीं कर सकती, मुझे उस पर इतना विश्वास है। प्रशासन कह रहा है कि उसने आत्महत्या की है। मैं इसको नहीं मानता कि मेरी बेटी आत्महत्या कर लेगी। सारी मेडिकल टीम ने ये दिखाया कि उसने आत्महत्या की है। मैं कहता हूं कि उसने आत्महत्या नहीं की है। मुझे मेरी बेटी के लिए न्याय चाहिए। संजय ने आगे कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने मुझ पर दवाब बनाया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा, मेरी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए जितना भी हो सके, सहयोग करें।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप व हत्या की थ्योरी को खारिज कर दिया गया है। पीएम रिपोर्ट के अनुसार, मृतका के शरीर में सीमन या किसी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। मनीषा की दोनों आंखें, भोजन नली और कुछ अन्य अंग गायब थे। डॉक्टरों का मानना है कि यह जंगली जानवरों द्वारा शव को नोचने के कारण हुआ, क्योंकि शव कई दिनों तक खेतों में पड़ा था और सड़न की स्थिति में था। वहीं, मनीषा के शव के पास से मिले सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग का मिलान भी उसके लिखावट से हुई है। पोस्टमार्टम कि रिपोर्ट में जहर खाकर आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है।
गौरतलब है कि यह मामला 11 अगस्त 2025 को उस वक्त सामने आया जब 23 वर्षीय मनीषा, जो एक प्ले स्कूल में टीचर थी, अचानक लापता हो गई। मनीषा अपने स्कूल के पास स्थित एक नर्सिंग कॉलेज किसी काम से गई थी, लेकिन इसके बाद वह घर लौटकर नहीं आई। परिजनों ने बताया कि जब उन्होंने मनीषा के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए लोहारू पुलिस स्टेशन का रुख किया, तो पुलिस ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस ने कथित तौर पर कहा - 'लड़की कहीं भाग गई होगी, दो दिन में आ जाएगी।'  
परिवार का आरोप है कि यदि पहले दिन ही मनीषा की तलाश में तेजी दिखाई जाती, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। हालांकि बाद में पुलिस टीम कॉलेज गई और कुछ युवकों से पूछताछ भी की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। 13 अगस्त को मनीषा का शव गांव के ही एक खेत में बुरी हालत में मिला, जिसके बाद मामला उबाल पर आ गया।

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