इंडस्ट्री की ज़रूरतों के अनुरूप छात्रों को तैयार कर रहा है शोभित विश्वविद्यालय 

मेरठ: शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी) के कंप्यूटर क्लब द्वारा 19 अगस्त 2025 को ‘मर्न स्टैक (फुल स्टैक) कार्यशाला’ का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला पीयर-टू-पीयर लर्निंग पहल के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य छात्रों को आधुनिक विकास तकनीकों में दक्ष बनाना और सहयोगात्मक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देना था।

मर्न स्टैक (फुल स्टैक) आज के समय में आईटी उद्योग और स्टार्टअप्स की पहली पसंद बना हुआ है, क्योंकि यह एक ही भाषा — जावास्क्रिप्ट — पर आधारित होने के कारण फुल स्टैक विकास को सरल, तेज़ और किफायती बना रहा है। वर्तमान रोजगार बाजार में नियोक्ता अपेक्षा कर रहे हैं कि छात्र केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रहकर वास्तविक प्रोजेक्ट्स पर कार्य करते हुए व्यावहारिक दक्षता भी विकसित करें। यह कार्यशाला छात्रों को न केवल तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान कर रही है, बल्कि यह भी समझा रही है कि भविष्य के करियर में इनका उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है।

कार्यक्रम का संचालन राजेश पांडेय, सहायक प्रोफेसर एवं कंप्यूटर क्लब के संकाय सलाहकार द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि – “मर्न स्टैक जैसी तकनीकें आज के समय में आईटी और सॉफ्टवेयर उद्योग की प्रमुख आवश्यकता बन चुकी हैं। ऐसे कौशल न केवल छात्रों की तकनीकी दक्षता को मजबूत करते हैं, बल्कि उन्हें बेहतर रोजगार अवसर प्राप्त करने में भी सहायक सिद्ध होते हैं। इस प्रकार की कार्यशालाएँ छात्रों की प्लेसमेंट की तैयारी को मजबूत करती हैं और उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप उन्हें ‘एम्प्लॉयबल’ बनाती हैं।” उन्होंने इस आयोजन की सफलता का श्रेय आयोजकों और प्रतिभागियों की मेहनत तथा समर्पण को दिया।

 कुलपति, प्रोफेसर (डॉ.) विनोद कुमार त्यागी ने कहा कि – “डिजिटल युग में वेब विकास कौशल प्रत्येक छात्र के लिए अत्यंत आवश्यक है। मर्न स्टैक (फुल स्टैक) जैसी तकनीकों का ज्ञान छात्रों को भविष्य की तकनीकी चुनौतियों के लिए तैयार करता है।”

प्रोफेसर (डॉ.) तरुण कुमार शर्मा, डीन (शैक्षणिक), शोभित विश्वविद्यालय गंगोह ने कहा कि – “ऐसी एक माह की कार्यशालाएँ छात्रों को गहन ज्ञान, व्यावहारिक अनुभव और उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप कौशल प्रदान कर रही हैं। यह पहल छात्रों को प्रतिस्पर्धी तकनीकी वातावरण में सफल होने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रही है।”

प्रोफेसर (डॉ.) निधि त्यागी, निदेशिका, स्कूल ऑफ कम्प्यूटेशनल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग ने कहा कि – “इस प्रकार की कार्यशालाएँ छात्रों की तकनीकी दक्षता, रचनात्मकता और समस्या-समाधान क्षमता को विकसित करती हैं।”

कार्यशाला का तकनीकी प्रशिक्षण क्षितिज राज, बी.टेक. सी.एस.ई. तृतीय वर्ष के छात्र द्वारा कराया जा रहा है, जो छात्रों को सरल और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से मर्न स्टैक की विभिन्न तकनीकों को समझा रहे हैं।

इस कार्यशाला को सफल बनाने में कंप्यूटर क्लब के छात्र समन्वयकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनमें आदर्श मिश्रा, शुभम चौधरी, अतीकर रहमान, वंशिका जैन, अद्रिका आदित्य, सौरव भदाना और सक्षम पाठक शामिल थे।


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