करोड़ों के धान खरीद घोटाले में ईओडब्ल्यू को बड़ी सफलता

छह आरोपियों में से दूसरा आरोपी करनाल से गिरफ्तार, चार विदेश भागे

मेरठ। मेरठ ईओडब्ल्यू को करोड़ों के धान खरीद घोटाले में सफलता हाथ लगी है। टीम ने किसानों से धान खरीदकर कंपनी को उपलब्ध कराने वाले सुरेश शर्मा पुत्र मनफूल शर्मा निवासी ग्राम अलीपुर खालसा थाना घरौंदा जिला करनाल हरियाणा को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी की पहले गिरफ्तारी हो चुकी है। अब चार मुख्य आरोपी फरार है जो लंदन व मस्कट भाग चुके हैं।

  बतादे   दिल्ली की फर्म मैसर्स बुश फ्रूड ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड किसानों से धान खरीदकर विदेशों में निर्यात करती थी। इस कंपनी ने फर्जी कागजात तैयार कर कोतवाली बुलंदशहर निवासी लोकेंद्र सिंह की कंपनी मैसर्स सौरभ एंड कंपनी नई मंडी समिति से लगभग 2.94 करोड़ रुपये कीमत का 45 ट्रक धान और बुलंदशहर के ही महेश चंद शर्मा की फर्म श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी से लगभग 2.16 करोड़ रुपये का धान खरीदा। कंपनी की तरफ से सुरेश शर्मा ने खुद को डायरेक्टर दिखाकर यह डील की और महज दो करोड़ रुपये का भुगतान कर शेष धनराशि हड़प ली और फरार हो गए।

छह के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

कोतवाली देहात बुलंदशहर में लोकेंद्र सिंह व महेश चंद्र शर्मा की ओर से छह लोगों वीरकरण अवस्थी, रितिका अवस्थी, विनोद सिरोही, सुरेश शर्मा के अलावा कतर के नासिर अब्बेल रहमान व नासिर मोहम्मद अल हजरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने पहले विनोद सिरोही को और अब सुरेश शर्मा को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है।

लंदन भागे दोनों मुख्य आरोपी

ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर मनोज बिरला इस पूरे मामले की विवेचना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कतर की हसद फूड कंपनी के मालिक नासिर अब्बेल रहमान व नासिर मोहम्मद अल हजरी ने 2013 में बुश फ्रूडओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के 70 प्रतिशत शेयर खरीद लिए थे। वीरकरण रितिका महज 30 प्रतिशत के मालिक रहे। इसी का लाभ उठाकर यह करोड़ों की धोखाधड़ी की गई, जिसमें नासिर अब्बेल रहमान व नासिर मोहम्मद अल हजरी भी बराबर के दोषी हैं।

2.17 करोड़ रुपये का हुआ भुगतान

मनोज बिरला बताते है कि जब धान खरीदा गया, तब इन लोगों ने लोकेंद्र सिंह को करीब 1.17 करोड़ और महेश चंद शर्मा को लगभग 1 करोड़ का भुगतान किया था। इसके बाद यह शेष रकम जुटाकर फरार हो गए। यह कंपनी किसानों को उनके धान का भुगतान नहीं कर पाई और मामला तूल पकड़ता चला गया। इसी के बाद यह मुकदमा दर्ज कराया गया जो ईओडब्ल्यू में चल रहा है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts