यात्रा भी चले, कारोबार भी न रुके, ऐसी हो व्यवस्था
इंडस्ट्रियल एरिया में बंदी की तुलना 'कोरोना काल' से!
परतापुर के कारोबारियों ने दिल्ली रोड को बंद करने पर उठाए सवाल
मेरठ। कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली मेरठ रूट पर भारी वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित किए जाने से व्यापारी नाराज है। कई व्यापारियों का मानना है कि कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली रोड सहित कई प्रमुख मार्गों को बंद किए जाने से मेरठ के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में सन्नाटा है। परतापुर इंडस्ट्रियल एस्टेट से लेकर उद्योग पुरम और दिल्ली रोड पर स्थित अन्य सभी इंडस्ट्रियल एस्टेट्स में पसरे सन्नाटे की तुलना यहां के कई कारोबारियों ने कोरोना काल के सन्नाटे से की है।
व्यापारियों के अनुसार यहां सड़कों पर सन्नाटा पसरा है, ट्रकों की आवाजाही बंद है और उद्योगों में उत्पादन लगभग ठप हो चुका है। व्यापारियों के अनुसार जहां रोज़ करोड़ों का कारोबार होता था, वहां इन दिनों उद्योगों पर ताले लटके हैं। परतापुर इंडस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के अनुसार उद्योगपति कांवड़ यात्रा और शिव भक्तों की आस्था का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी व्यवस्था की जाए कि यात्रा भी सकुशल संपन्न हो और कारोबार भी चलता रहे। व्यापारियों के अनुसार रास्ते बंद होने से व्यापारियों को करोड़ों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्यापारियों की यह भी दलील है कि इस व्यवस्था से सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। इन व्यापारियों के अनुसार हर साल होने वाली इस बंदी से कई बार उनके ग्राहक टूट जाते हैं।
उद्योगपतियों का स्पष्ट मत है कि भविष्य में सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि श्रद्धालुओं की आस्था और उद्योगों की अर्थव्यवस्था दोनों के बीच संतुलन बना रहे।
व्यापारियों की मांगे
कांवड़ यात्रा के दौरान मालवाहक ट्रकों की बनी रहे आवाजाही
कारोबारी वाहनों के लिए दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे चौबीसों घंटे खुला रहे
दिल्ली रोड पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए बाईपास इंटरचेंज पर समुचित पुलिस व्यवस्था हो, ताकि मालवाहक ट्रकों को दिल्ली रोड से एक्सप्रेस वे पर भेजा जा सके।
कांवड़ यात्रा को बाईपास या नहर मार्ग से ही संचालित किया जाए
कांवड़ियों को शहर में प्रवेश की अनुमति जलाभिषेक से एक दिन पूर्व ही दी जाए।
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