लालकुर्ती में कांवड़ न घुमाने पर नाराज कांवड़ियों ने लगाए योगी मुर्दाबाद के नारे 

 रोके जाने पर सीओ अभिषेक तिवारी से कांवड़ियों ने  नोकझोंक

मेरठ।  मेरठ के थाना लालकुर्ती  में  कांवड़ ना घुमाने देने से नाराज कांवड़ियों ने योगी मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। उनका कहना था कि पुलिस ने उनकी 20 साल पुरानी परंपरा को खंडित करने का काम किया है। मौके पर पहुंचे सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी से भी उनकी नोकझोंक हो गई। करीब दो घंटे की गहमागहमी व नोकझोंक के बाद कांवड़िये बिना यात्रा के लौट गए।

लालकुर्ती क्षेत्र के छोटा बाजार व बड़ा बाजार के कांवड़ियों के दो जत्थे हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौटे थे। बाबा औघड़नाथ मंदिर में जल चढ़ाने के बाद यह सभी कांवड़िये चिराग चौराहे पर एकत्र होने लगे। यहां से इन्हें डीजे व ढोल के साथ कांवड़ को पूरे इलाके में घुमाते हुए लेकर जाना था। इसकी भनक लगते ही एसओ लालकुर्ती हरेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए और कांवड़ियों को रोक लिया। कांवड़ियों की भीड़ जुटनी शुरु हो गई। कुछ ही देर में आरआरएफ व कई थानों का फोर्स वहां बुला लिया गया।

सीओ बोले, कतई नहीं निकलने दूंगा

सीओ कैंट का इलाका था लेकिन उनकी ड्यूटी बाबा औघड़नाथ मंदिर में चल रही थी। इस कारण सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी को वहां भेजा गया। कांवड़ियों ने उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने यात्रा की अनुमति देने से साफ मना कर दिया। सीओ ने कहा कि यह यात्रा है, जिसकी अनुमति लेनी चाहिए थी। इसके पीछे की वजह उन्होंने राली चौहान व एनएच 58 पर पूर्व में हुए हादसे भी बताए।

अचानक लगने लगे योगी मुर्दाबाद के नारे

पुलिस का सख्त रवैया देख कांवड़िया नाराज हो गए। कुछ ने गुस्से में योगी मुर्दाबाद के नारे तक लगा दिए। हालांकि जैसे तैसे उन्हें शांत किया गया। इसके बाद पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगने शुरु हो गए। इन कांवड़ियों का कहना था कि 20 साल से किसी अनुमति की जरूरत नहीं थी। मोहर्रम पर तीन दिन खूब डीजे बजता है लेकिन पुलिस उनके साथ खड़ी होती है। यहां कांवड़ियो की यात्रा है तो जबरन रोका जा रहा है। कांवड़ियों ने भाजपा नेताओं को भी कोसा।

बिना घुमाए मंदिर पर पहुंचना पड़ा

कांवड़ियों ने बताया कि उन्होंने लाखों रुपया कांवड़ व डीजे पर खर्च किया है। मानक के अनुरूप ना होते तो हरिद्वार से यहां तक नहीं ला पाते लेकिन कांवड़-डीजे मानक के अनुसार ही थे। फिर भी उनको रोका गया है। इसके बाद कांवड़िया बिना घुमाए कांवड़ लेकर वहां से चले गए।

सीओ बोले, हादसे की जिम्मेदारी किसकी

सीओ अभिषेक तिवारी ने कहा कि यात्रा के लिए अनुमति नहीं थी। कांवड़ काफी ऊंची थी। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। कांवड़ियों की भलाई के लिए ही कांवड़ घुमाने की अनुमति नहीं दी गई।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts