फर्जी अफसर बना ‘देशद्रोही गैंग’, मेरठ की युवती ने किया गिरोह का पर्दाफाश
मेरठ । भारतीय सेना और नौसेना जैसी गरिमा पूर्ण संस्थाओं की आड़ लेकर, देश की युवतियों को भावनात्मक, मानसिक और आर्थिक रूप से शिकार बनाने वाला एक खतरनाक गिरोह सामने आया है, जिसका भंडाफोड़ मेरठ की एक साहसी युवती ने किया है। यह गिरोह सेना की नकली पहचान, फर्जी आईडी कार्ड, वर्दी और सैन्य सम्मान के झूठे किस्सों का सहारा लेकर लड़कियों को पहले प्यार और शादी के झूठे वादों में फँसाता है, फिर लाखों रुपये की ठगी करता है, और जब पीड़िता विरोध करती है, तो उसे जान से मारने की धमकी देकर चुप कराने की कोशिश करता है।
सीासीएसयू से पीएचडी कर चुकी हायर एजूकेशन की तैयारी कर रही मूल रूप से बुलंदशहर निवासी युवती एसएसपी कार्यालय पर बताया फेस बुक के माध्यम से 14मार्च को अपने को नेवी में कमांडर बताने वाले दिल्ली के डिफेस कालोनी निवासी रोहित से हुई थी। 28 मार्च को एक दूसरे ने नम्बरों को आदान प्रदान कर दिया। 28 मार्च को रोहित मेरठ मिलने के आ गया। गढ़ रोड एक होटल में उसकी मुलाकात हुई। उसने बताया मुख्य आरोपी रोहित कुमार ने सोशल वैवाहिक साइट ‘Better Half’ पर अपनी फर्जी प्रोफाइल बनाकर उससे संपर्क किया। उसने स्वयं को भारतीय नौसेना का “लेफ्टिनेंट कमांडर” और बाद में “कमांडर” बताया तथा यह दावा किया कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय के अंतर्गत कार्यरत खुफिया एजेंसी JTF (Joint Task Force) में डेपुटेशन पर है।
पीड़िता ने बताया कि रोहित ने भावनात्मक कहानियाँ बनाकर उसे प्रभावित किया—जैसे कि उसके माता-पिता एक सबमरीन ब्लास्ट में शहीद हो गए, और वह अकेली बहन की शादी के लिए संघर्ष कर रहा है। उसने खुद को देशभक्त और अफसर बताकर युवती का विश्वास जीता। फिर वह मेरठ आया और मिलने पर कहा कि उसका बैग रास्ते में चोरी हो गया, जिसमें पाँच लाख रुपये और बहन की शादी के गहने थे। इस झूठी कहानी का समर्थन देने के लिए उसने ऑनलाइन FIR का स्क्रीनशॉट भी दिखाया।
इसके बाद रोहित ने पीड़िता से मानसिक दबाव बनाकर पैसों की माँग शुरू कर दी। इस पूरे प्रकरण में उसका साथी अर्पित राज, जो खुद को आर्मी का लेफ्टिनेंट बताता है, सक्रिय रूप से शामिल रहा। अर्पित राज ने खुद को रोहित का अभिन्न मित्र और सैन्य साथी बताया और पूरी योजना में उसकी मदद की। अर्पित ने भी सेना की वर्दी में फोटो भेजे और खुद को सरकारी मिशन पर तैनात बताया। दोनों मिलकर पीड़िता को भावनात्मक रूप से फँसाते गए और किश्तों में लगभग ₹4.5 लाख नकद और ऑनलाइन ₹83,000 की ठगी की।
पीड़िता के अनुसार, जब उसने पैसे वापस माँगे, तो उसे धमकियाँ दी जाने लगीं। रोहित ने वीडियो कॉल पर खुद को चाकू मारने की धमकी दी, और अर्पित राज ने कहा कि “अगर मेरे सर को कुछ हुआ, तो तुम्हें आर्मी से कार्रवाई झेलनी पड़ेगी।” इसके अलावा, उन्होंने पीड़िता को धमकाया कि अगर वह किसी को बताती है तो उसका भाई नौकरी से निकल जाएगा, परिवार पर एसिड अटैक करवा देंगे या रास्ते में उठवा लेंगे। इतना ही नहीं, रोहित कुमार के माता-पिता – राकेश कुमार और डेजी कुमारी भी इस पूरे षड्यंत्र में शामिल पाए गए। जब पीड़िता ने राकेश कुमार को कॉल कर सच्चाई बताई, तो उन्होंने धमकाकर कहा कि “ अगर पुलिस के पास गई तो तुझे और तेरे परिवार को जान से मरवा देंगे, हर मूवमेंट पर हमारी नजर है।”
इस पूरे मामले में पीड़िता ने अत्यंत गंभीर खुलासे किए हैं कि रोहित कुमार और अर्पित राज का यह कोई पहला मामला नहीं है। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों जैसे राजस्थान (जयपुर), बिहार, दिल्ली, नोएडा, मेरठ, मुंबई, चंबा (हिमाचल प्रदेश) आदि में कई और लड़कियों को इसी प्रकार फँसाया है। अनुमान है कि 40 से अधिक युवतियाँ इस गिरोह का शिकार हो चुकी हैं, जो अब तक चुप थीं या डर के कारण सामने नहीं आईं।
यह एक ऐसा नेटवर्क बन चुका है जहाँ सेना और सुरक्षा बलों की पवित्र वर्दी का उपयोग कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। ये लोग न केवल युवतियों के साथ भावनात्मक शोषण और आर्थिक ठगी कर रहे हैं, बल्कि देश की सबसे सम्मानित संस्थाओं – भारतीय सेना और नौसेना – की छवि को भी गहरा नुकसान पहुँचा रहे हैं। फर्जी वर्दियाँ, नकली आईडी कार्ड, ड्रेस में फोटो और खुफिया मिशनों की झूठी कहानियाँ इस बात का प्रतीक हैं कि किस तरह ये अपराधी देश के नाम पर जनता को धोखा दे रहे हैं।
सबसे गंभीर बात यह है कि इस रैकेट में केवल दो युवक नहीं, बल्कि पूरे परिवार की मिलीभगत है। रोहित कुमार के माता-पिता न केवल उसकी पहचान और ठगी में सहभागी हैं, बल्कि जब भी पीड़िता ने सच्चाई जाननी चाही, उन्होंने धमकी देकर उसे चुप रहने पर मजबूर किया। यह एक संगठित आपराधिक षड्यंत्र है, जिसमें जानबूझकर फर्जी दस्तावेज बनाए गए, सैन्य प्रतीकों का दुरुपयोग किया गया और देश की सुरक्षा एजेंसियों का नाम लेकर आम नागरिकों को डराया गया। अब पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ और मेडिकल थाना अध्यक्ष को पूरी घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए रोहित कुमार, अर्पित राज, राकेश कुमार और डेजी कुमारी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की माँग की है। उसने आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट, IPC की धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, जान से मारने की धमकी, उत्पीड़न, नेवी और आर्मी की नकली वर्दी पहनकर पहचान छिपाने, विवाह का झाँसा देकर ठगी, फर्जी दस्तावेजों का निर्माण, और देश के सुरक्षात्मक संस्थानों की छवि को नुकसान पहुँचाने जैसी धाराओं में FIR दर्ज करने की माँग की है साथ ही, पीड़िता ने इस प्रकरण को राज्य महिला आयोग और केंद्रीय रक्षा मंत्रालय तक ले जाने की बात भी कही है। यह प्रकरण न केवल महिलाओं की सुरक्षा, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ी संस्थाओं की गरिमा की रक्षा का भी सवाल है। यह आवश्यक है कि ऐसे संगठित गिरोह, जो सेना और देशभक्ति की भावना को बदनाम कर रहे हैं, को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और ऐसे अपराधियों पर राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी रखी जाए।
एसएसपी युवती को आश्वासन देते हुए जांच करने की आदेश दिए है।
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