अनिल बंजी गैंग के सदस्य सारिक को एसटीएफ मेरठ ने दबोचा 

हत्या के मामले में देहली गेट से जेल जा चुका है 

मेरठ। मेरठ एसटीएफ ने बुधवार को कुख्यात अनिल बंजी गैंग से जुड़े हथियार तस्कर सारिक को जाकिर काॅलोनी से गिरफ्तार किया है। उसके पास से .32 बोर की दो पिस्टल बरामद हुई हैं। आरोपी सारिक पहले एक गन हाउस पर हथियार ठीक करने का काम करता था। वह हत्यारोपी भी है। 2016 में उसने अपने साथियों के साथ देहली गेट थाना क्षेत्र नासिर नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह जेल भी जा चुका है। 

एसटीएफ एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि सारिक पूर्व में गुरबक्स गन हाउस मेरठ पर हथियारों की मरम्मत करता था। 7 महीने पहले सारिक व उसके साथी अनिल बालियान उर्फ बंजी, रोहन, रिजवान व इमरान मरहट्टा गन हाउस अटारी रोड खासा जिला अमृतसर पंजाब वालों से 12 बोर की 17 बंदूक और 700 कारतूस खरीदकर लाये थे। इससे पहले सारिक व उसके साथियों द्वारा 30 बोर के पिस्टल एक लाख रुपये में खरीदकर डेढ़ लाख रुपये प्रति पिस्टल अपने परिचितों को बेचा जाता था। एसटीएफ एसपी के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान हथियार तस्करी करने वाला सरगना अनिल बालियान उर्फ अनिल बंजी निवासी ग्राम सिसौली भौराकलां मुजफ्फरनगर फरार हो गया था। 20 दिसंबर 2024 को एसटीएफ ने अनिल बंजी को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने 23 नवंबर 2024 को मेरठ में यूपी पुलिस के दरोगा के बेटे रोहन को 17 बंदूकों के साथ गिरफ्तार किया था। अनिल बंजी और तीन अन्य साथी फरार हो गए थे। जो बंदूक बरामद हुईं थी, वे किसी लोकल फैक्ट्री में नहीं बनी थी। जिनको गन हाउस मालिक द्वारा फर्जी तरीके से गैंग को बेचा जा रहा था। हथियार तस्करी का गैंग लीडर अनिल बंजी इन हथियारों को प्रोफेशनल बदमाशों को सप्लाई करता था। अनिल बंजी मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के प्रोफेसर पर जानलेवा हमले में जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद व फिर से हथियार तस्करी करने लगा। 20 दिसंबर को एसटीएफ ने अनिल बंजी को गिरफ्तार कर लिया था।

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