ससमय उपचार करा कर बीमारी से बचा जा सकता है - डा. आर सी गुप्ता
मेडिकल कॉलेज में विश्व क्लब फुट दिवस मनाया गया
मेरठ। मेडिकल कॉलेज मेरठ के अस्थि रोग विभाग में जन्मजात विकृति क्लब फुट से पीड़ित बच्चों के इलाज हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का उद्घाटन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.सी. गुप्ता तथा उप-प्राचार्य एवं अस्थि रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. आर.सी. गुप्ता ने कहा, “क्लब फुट एक जन्मजात विकृति है, जिसमें शिशु का पैर अंदर की ओर मुड़ा होता है। यदि इसका समय रहते उपचार न किया जाए, तो यह आजीवन विकलांगता का कारण बन सकता है ।
डॉ ज्ञानेश्वर टोंक ने जानकारी दी कि क्लब फुट एक वैश्विक समस्या है, जिससे हर वर्ष लगभग 2 लाख नवजात प्रभावित होते हैं। भारत में यह विकृति हर 1,000 नवजात में 1 से 2 बच्चों में पाई जाती है, जिससे वार्षिक रूप से लगभग 30,000 नए मामले सामने आते हैं। दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीकी देशों में इसकी घटनाएं अपेक्षाकृत अधिक हैं, जहाँ जागरूकता और उपचार सुविधाओं की कमी के कारण कई बच्चे विकलांगता की ओर अग्रसर हो जाते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ कृतेश मिश्रा ने बताया कि क्लब फुट के उपचार में पोंसेटी विधि (Ponseti Method) अत्यंत प्रभावी और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तकनीक है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि, “क्लब फुट एक पूरी तरह से ठीक की जा सकने वाली स्थिति है, बशर्ते इसका इलाज समय से और सही तरीके से किया जाए।” इस विधि में चरणबद्ध तरीके से प्लास्टर कास्टिंग की जाती है, जिससे विकृत पैर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाता है। आवश्यकता होने पर टेनेटॉमी नामक एक छोटा सा ऑपरेशन किया जाता है और फिर विशेष प्रकार के ब्रेस पहनाए जाते हैं। मेडिकल कॉलेज में उपचार की यह सुविधा पूर्णतया निशुल्क उपलब्ध है।वर्तमान तक मेडिकल कॉलेज में क्लब फुट के 545 मरीजों का उपचार किया जा चुका है। प्रति वर्ष क्लब फुट के 110 नए मरीज रजिस्टर किए जाते हैं।
कार्यक्रम में भाग ले रही क्योर इंटरनेशनल की काउंसलर मंजू ने बताया की मेडिकल कॉलेज में क्लब फुट के बच्चों को काउंसलिंग की सुविधा एवं उपचार के उपरांत ब्रेस की सुविधा क्योर इंडिया संस्था द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है lउक्त कार्यक्रम के अंतर्गत रोगियों की पहचान, नियमित प्लास्टर कास्टिंग, टेनेटॉमी, ब्रेसिंग सुविधा तथा माता-पिता को परामर्श एवं मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया गया।
कार्यक्रम में डॉ. सुमित अग्रवाल, डॉ. शशांक जिंदल, डॉ. मानवेंद्र गौड़, डॉ. पंकज राठौर, डॉ राहुल सिंह,डॉ. क्षितिज, डॉ. सचिन और डॉ. नितिन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम मे इस सुविधा का लाभ उठा चुके २ दर्जन से अधिक बच्चे एवं उनके अभिभावक भी उपस्थित रहे ।
प्राचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने इस पहल को जनसेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और आमजन से अपील की कि इस सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं तथा क्लब फुट से ग्रस्त बच्चों का समय रहते इलाज कराकर उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करें।
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