जिला अस्पताल में मरीज के तीमारदार को कर्मचारियों ने पीटा
-अस्पताल के बाहर जाम लगाकर किया हंगामा,पहुंची पुलिस
मेरठ। जिला अस्पताल में एक 6 साल के बच्चे के इलाज को लेकर तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर यशवीर ने बच्चे का इलाज करने से मना कर दिया और लापरवाही बरती। गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर मारपीट का भी आरोप लगाया। डाक्टर व कर्मचारियों द्वारा मारपीट का आरोप लगाते परिजनों ने सड़क पर जाम लगाया। वहीं डॉक्टर यशवीर ने परिजनों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि परिजनों ने ही हंगामा। सूचना मिलते ही देहली गेट पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाकर शांत किया।
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में पिछले दो दिन से भर्ती 6 साल के फैज की तबीयत जादा खराब होने के चलते डाक्टर ने उसको मेडिकल के लिये रैफर कर दिया। इस बात से नाराज मरीज के परिजन ने डाक्टर का विरोध किया। डाक्टर व परिजनों में कहासुनी हो गई। पीड़ित ने आरोप लगाया की डाक्टर व कर्मचारियों ने उसको एमरजेंसी के अंदर बंद करके उसकी पिटाई कर दी व उसके कपड़े फाड़ दिये। जिसकी सूचना उसने अपने परिजनों को दी। अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बच्चों को लेकर जिला अस्पताल के बाहर सड़क पर डाक्टर के खिलाफ धरने पर बैठ गये। परिजनों ने डाक्टर पर आरोप लगाया कि उसने बच्चें के इलाज में लापरवाही बरती व उसका इलाज सही नहीं किया। जिसकी वजह से उसकी बतीयत और खराब हो गई। सूचना पर पहुंची देहली गेट पुलिस ने लोगों को समझा कर मामला शांत किया। बीमार बच्चें को पुलिस ने डाक्टर से कहकर भर्ती कराया।
वहीं डाक्टर यशवीर ने बताया कि बच्चा वार्ड में भर्ती बच्चें तबीयत जादा खराब थी। जिसकों नर्स लेकर एमरजेंसी में आई थी। उसकी तबीयत को देखते हुए उसको मेडिकल के लिये रैफर कर दिया था। इस बात को लेकर बच्चें के परिजनों ने खुद ही अभद्रता की। मारपीट का आरोप गलत लगाया जा रहा है किसी ने कोई मारपीट नहीं की उल्टा उन्होंने ही स्टाफ के साथ अभद्रता की है।
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