पराग जैन बने रॉ के नए प्रमुख
दो साल की अवधि के लिए मिली जिम्मेदारी, खुफिया जगत में लंबा अनुभव
नई दिल्ली। भारत की शीर्ष खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) को नया प्रमुख मिल गया है। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पराग जैन को रॉ का नया चीफ नियुक्त किया है। 27 जून 2025 को जारी आदेश के मुताबिक, पराग जैन को दो वर्षों के लिए रॉ प्रमुख बनाया गया है। वह मौजूदा चीफ सामंत गोयल की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल समाप्त हो गया है।
पराग जैन 1989 बैच के पंजाब कैडर के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की और इसके बाद प्रशासनिक सेवाओं में चयनित हुए। खुफिया तंत्र में लंबा अनुभव रखने वाले जैन ने करियर की शुरुआत पंजाब पुलिस से की थी, जहां वह कई संवेदनशील जिलों में एसएसपी के तौर पर तैनात रहे। उनकी तेज़ सोच, जमीनी पकड़ और गोपनीय अभियानों में दक्षता ने जल्द ही उन्हें केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर आकर्षित किया।
रॉ में शामिल होने के बाद उन्होंने पाकिस्तान, चीन, नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश से जुड़े कई महत्वपूर्ण अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाई। सूत्रों के मुताबिक, वह रॉ में जॉइंट सेक्रेटरी, फिर एडिशनल सेक्रेटरी, और हाल ही में स्पेशल सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थे। उन्हें साइबर इंटेलिजेंस, सीमा पार आतंकवाद, रणनीतिक निगरानी और टेक्निकल सर्विलांस ऑपरेशंस जैसे मामलों में विशेषज्ञ माना जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों और भारत के पड़ोसी देशों के साथ जटिल संबंधों को देखते हुए पराग जैन का नेतृत्व रॉ के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। वह एक ‘साइलेंट ऑपरेटर’ माने जाते हैं, जो सुर्खियों से दूर रहकर सटीक और निर्णायक कार्रवाई करते हैं।
रॉ, भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी है जो सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन कार्य करती है। इसका दायरा विदेशों में भारतीय हितों की रक्षा करना, आतंकवाद की निगरानी, और रणनीतिक सुरक्षा से जुड़े मामलों की खुफिया जानकारी जुटाना होता है। पराग जैन की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत को वैश्विक स्तर पर कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और ऐसे में उनका अनुभव एजेंसी को नई दिशा देने में मददगार हो सकता है।
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