अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में योग पखवाड़ा का हुआ आयोजन
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा आज के समय में सबसे ज्यादा विश्वसनीय एवं लाभकारी - डॉ राहुल बंसल
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि के मेडिकल कॉलेज के काउंसिल हॉल में सुबह 9 से 11 बजे तक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सुभारती विश्वविद्यालय में योग पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया।
डॉक्टर राहुल बंसल प्रोफेसर एवं एडवाइजर कम्युनिटी मेडिसिन ने योग और मेडिसिन के ऊपर विस्तृत व्याख्यान दिया।उन्होंने बताया कि देश की शीर्ष संस्थानों में और विदेश के मेडिकल इंस्टीट्यूशंस में योग को मॉडर्न मेडिसिन के साथ मिलकर लेकर चल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया की मॉडर्न मेडिसिन के रिसर्च से लगभग 25 प्रमुख बीमारियों में योग का निश्चित प्रभाव देखा गया है। जिनमें से हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, डिप्रेशन और कैंसर आदि प्रमुख है।
एआईआईएमएस दिल्ली में 25 साल से इंटीग्रेटेड मेडिसिन का विभाग चल रहा है जहां मॉडर्न मेडिसिन के साथ योग चल रहा है, बाकी एम्स में भी पूरे भारतवर्ष में इंटीग्रेटेड मेडिसिन के विभाग खोलने जा रहे हैं जहां मॉडर्न मेडिसिन के साथ योग एवं आयुर्वेद का समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रिसर्च की कमी नहीं है, बस योग को अपनाना चाहिए और मेडिकल प्रैक्टिस में लाना चाहिए।
उन्होंने विशेष तौर पर बताया कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा स्वास्थ्य रक्षा हेतु सबसे ज्यादा विश्वसनीय एवं लाभकारी है। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में छात्रों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं भी है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के ऋषि मुनि द्वारा किये गये हजारों वर्ष के परिश्रम को भारत सरकार के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मानव कल्याण की दिशा में योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई है। उन्होंने छात्र छात्राओं और विश्वविद्यालय के शिक्षकगणों को नियमित योग करने का संकल्प दिलाते हुए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की।
डॉक्टर किशोर सिंह रेडियोथैरेपी एक्सपर्ट , पूर्व डीन मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और पूर्व मेडिकल डायरेक्टर लोकनायक अस्पताल दिल्ली ने योग का कैंसर पेशेंट्स में क्या उपयोगिता है, इस विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने साइंटिफिक प्रेजेंटेशन से सिद्ध किया कि कैंसर के पेशेंट में शुरू से आखिर तक योग की बहुत उपयोगिता है। उन्होंने यह भी कहा की सुभारती अस्पताल में कैंसर पेशेंट को योग एक्सपट्र्स उपलब्धता अच्छी है मगर अधिकतर संस्थानों में ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है
इस कार्यक्रम में लगभग 120 नेचरोपैथी योगा के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट व लगभग 100 एमबीबीएस 2022 के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में डॉक्टर सुरभि गुप्ता एचओडी फार्मोकोलॉजी, डॉक्टर रानी बंसल सीनियर प्रोफेसर पैथोलॉजी, डॉक्टर पवन पराशर एचओडी कम्युनिटी मेडिसिन, कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर नीरज व डॉक्टर स्नेहा असिस्टेंट प्रोफेसर नेचरोपैथी कॉलेज सुभारती, डॉक्टर कविता असिस्टेंट प्रोफेसर पैथोलॉजी भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर गोपी रमन व डॉक्टर शालू शर्मा का भी योगदान रहा।
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