मुज़फ्फरनगर में BJP के एक और नेता का पुलिस ने किया इलाज
मंडल अध्यक्ष से चौकी प्रभारी ने मांगा रिश्वत में AC !
मुजफ्फरनगर। जनपद में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की इज्जत की धज्जियां उधेड़ने का शायद मुजफ्फरनगर पुलिस ने पूरा जिम्मा ले लिया है, एक ही महीने में तीन ऐसे प्रकरण सामने आए हैं ,जब पुलिस अफसरों ने भाजपा नेताओं की जमकर इज्जत उतार दी है।
ताजा मामला शहर के हनुमत मंडल के मंडल अध्यक्ष दीपक मित्तल से जुड़ा हुआ है। दीपक मित्तल मुज़फ्फरनगर में बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में रहे नाथीराम मित्तल के पुत्र है। बताया जाता है कि दीपक मित्तल अपने क्षेत्र के दो परिवारों में हुए विवाद को लेकर शहर कोतवाली की चौकी आबकारी पर गए थे, वहां कई घंटे तक दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने के लिए प्रयास चलता रहा।
बताया जाता है कि दोनों पक्ष भी सुलह के लिए राजी हो गए लेकिन चौकी प्रभारी राजकुमार शर्मा रात्रि तक भी फैसला मानने को तैयार नहीं हुए। आरोप है कि चौकी प्रभारी राजकुमार शर्मा ने बीजेपी के हनुमत मंडल के अध्यक्ष दीपक मित्तल से कहा कि आप इनसे कह दीजिए, कि यह मेरे घर पर एक AC लगवा दें, तो मैं मामला खत्म कर दूंगा, नहीं तो फैसला स्वीकार नहीं होगा।
चौकी प्रभारी की इस डिमांड से बौखलाए मंडल अध्यक्ष ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री और नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल और जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी समेत पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं को दी। कपिल देव अग्रवाल से मीडिया ने जब इस विषय में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है और इस पर जल्द ही प्रभावी कार्रवाई होगी। 2 दिन में भी इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर ही इस मुद्दे को उठाना शुरू कर दिया है।
पिछले एक ही महीने में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा भाजपा नेताओं के साथ दुर्व्यवहार के तीन मामले सामने आ चुके हैं। पहले मामले में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष अजय सागर से आबकारी क्षेत्र में ही चेकिंग के दौरान अभद्रता का मामला था, दूसरा मामला सिविल लाइन थाने में भाजपा के ही सभासद अमित पाल के साथ एक पुलिसकर्मी द्वारा सरेआम थप्पड़ मारने का था और उन्हें थाने से बेइज़्ज़त करके निकालने का था।
इन दोनों मामलों में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने हस्तक्षेप किया, जिसके बाद अजय सागर वाले मामले में उपनिरीक्षक जय शर्मा समेत दो पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए गए थे, जबकि अमित पाल को थप्पड़ मारने के मामले में भी एक हेड कांस्टेबल आदित्य निलंबित कर दिया गया है। एक ही महीने में तीसरा मामला सामने आने पर भाजपाईयों में गहरा रोष है और भाजपा कार्यकर्ता कह रहे हैं कि अपनी ही सरकार में आखिर कब तक वह इस तरह बेइज़्ज़त होते रहेंगे ?
इस संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि उनकी एसएसपी से बात हो गई है और उपनिरीक्षक राजकुमार शर्मा को जिले से बाहर स्थानांतरित करा दिया गया है। सीओ सिटी राजकुमार साव ने बताया कि इस संबंध में अभी कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। उपनिरीक्षक जय शर्मा के बारे में भी यह जानकारी मिली है कि जय शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया था, जहां से उन्हें पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने अपने साथ संबद्ध करते हुए साइबर क्राइम का इंचार्ज बना लिया है।
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