कोरोना की नई दस्तक
राजीव त्यागी
कोरोना की नई दस्तक ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। कोरोना संक्रमण की वापसी की आहट पहले हांगकांग व सिंगापुर में सुनाई दी। भारत में केरल, महाराष्ट्र व तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए। दिल्ली समेत देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बीते एक हफ्ते में देश में कोरोना के एक हजार से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इस दौरान 305 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी। चिंता की बात यह है कि बीते सात दिनों में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा सात दर्ज किया गया है।
मरने वालों महाराष्ट्र के चार, केरल के दो और कर्नाटक का एक शख्स शामिल है। नए मामलों की बात करें तो बीते एक हफ्ते में (19 मई के बाद) सबसे ज्यादा 335 मामले केरल, 153 महाराष्ट्र, 99 दिल्ली, 76 गुजरात और 34 कर्नाटक में आए हैं। उधऱ, मुंबई के अस्पताल में भर्ती दो मरीजों की संक्रमण से हुई मौत को लेकर भी चिंता जतायी जा रही है।
हालांकि, अस्पताल का दावा है कि एक रोगी कैंसर तो दूसरा किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से पीड़ित था। बहरहाल, कोरोना के नये वायरस के संक्रमण को लेकर सरकार के स्तर पर गंभीर प्रयास करने तथा नागरिकों को सजग-सतर्क रहने की जरूरत है। भारत में कोविड के नए वैरिएंट सामने आने पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा, लोगों को कोविड-19 के इस नए वैरिएंट के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
देश के कुछ भागों में कोरोना के मामले सामने आए हैं। लेकिन हमें अभी इसको लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। डॉ. बहल ने भी कहा कि हमें अभी सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत है। जब भी कोरोना के केस बढ़ते हैं तीन उसमें ध्यान दी जाती हैं। जिसमें पहला यह कि कितनी तेजी से केस बढ़ रहे हैं। दूसरा यह कि क्या वह हमारी इम्यूनिटी से बच रहा है। तीसरी सबसे जरूरी चीज यह है कि मौजूदा सीवियरटी पहले के मामलों से ज्यादा तो नहीं। अभी तक ताजा मामले चिंताजनक नहीं हैं।
डॉ. बहल ने कहा कि सरकार और सभी एजेंसियां इस पर नजर रख रही हैं। मेरे अनुसार, बुनियादी सावधानियां बरती जानी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि फिलहाल देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो सब-वेरिएंट (एनबी.1.8.1 और एलएफ.7) एक्टिव हैं, इनकी प्रकृति संक्रामक जरूर रही है, पर इसके कारण गंभीर रोग होने का खतरा कम देखा जा रहा है। इस नई लहर के दौरान कुछ लोगों के अस्पताल भर्ती होने और करीब 7 लोगों की मौत भी खबरें हैं। लेकिन दोबारा स्थिति गंभीर हो इससे पहले हमें सजगता अख्तियार करनी चाहिए।
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