मेरठ कॉलेज का कला संकाय है विश्वविद्यालय में सबसे बड़ा: प्रो अर्चना
कॉलेज में मनाया गया ओपन एकेडमिक डे
मेरठ। मेरठ कॉलेज के डॉ रामकुमार गुप्ता सभागार में कला संकाय का ओपन एकेडमिक दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संकाय की डीन प्रो अनीता मलिक ने की। कार्यक्रम का संचालन इतिहास विभाग की प्रो अर्चना सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में यूपी बोर्ड सीबीएसई बोर्ड एवं आईसीएसई बोर्ड के इंटर पास सैकड़ो विद्यार्थियों ने भाग लिया।
प्रो अर्चना ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा के अनेक क्षेत्रों में छात्र प्रवेश ले सकते हैं। यदि विद्यार्थी कला संकाय में प्रवेश लेते हैं तो राष्ट्रीय स्तर की सभी मुख्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले के सकते हैं। प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज ने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य अध्ययन लगभग 50% पूछा जाता है और यह पूरी तरीके से कला संकाय के इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र एवं साहित्य पर निर्भर होता है। रक्षा अध्ययन विभाग के प्रो हेमंत पांडे ने नए प्रवेश लेने वाले छात्रों को भारतीय सशस्त्र सेना में कैसे करियर बना सकते हैं, इसकी विस्तार से जानकारी दी। ललित कला विभाग के प्रो अमृतलाल ने जीवन में कला के महत्व पर विशिष्ट प्रभाव प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में डॉ चंद्रशेखर भारद्वाज ने छात्रों को बताया की मेरठ कॉलेज किस प्रकार अन्य दूसरे कॉलेज से भिन्न है यहां के 133 वर्ष पुराने कला संकाय के विभिन्न विभागों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा एवं शिक्षक मौजूद है। रक्षा अध्ययन विभाग के विजयंत टैंक हो या इतिहास विभाग का संग्रहालय हो या फिर ललित कला विभाग की पेंटिंग दीर्घा सभी अनेक विश्वविद्यालय से अच्छी है। उन्होंने बताया कि कला संकाय के सभी 12 विभागों में स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी करने की सुविधा उपलब्ध है। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो हरजिंदर सिंह, प्रो सचिन बालियान, सुश्री आलिया, जॉनी कुमार, रोहित कश्यप, अल्केश कुमार दीपक एवं अमित का विशेष सहयोग रहा।
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