सैनिक संकल्प
ये केवल सिंदूर नहीं
हर नारी की आसक्ति है
ये सुहाग का है प्रतीक
और माँ गौरी की शक्ति है
हम मां बहनों के सम्मानों पर
आंच नहीं आने देंगे
कटवा देंगे सर अपना
पर मान नहीं जाने देंगे
जो हाथ उठे सिंदूरों तक
अब उनको भी कटना होगा
आगे से ना दुस्साहस हो सर
धड़ से कलम करना होगा
प्रतिशोध न जब तक पूरा होगा
चैन नहीं लेने देंगे
चुन चुन कर मारेंगे अरि को
आज़ाद नहीं रहने देंगे
माँ और मातृभूमि की ख़ातिर
ये संकल्प हमारा है
दुश्मन गर आँख उठाकर देखे
हरगिज नहीं गवारा है
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- अपर्णा भटनागर, नोएडा।
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